भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जी ने प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग पर दिनों दिन बढ़ते प्रताड़ना के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पूर्व सीएम ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे छात्राओं पर हो रहे अत्याचार की शासन स्तर से जांच कराते हुए दोषी प्रभारी सहायक आयुक्त, छात्रावास अधीक्षक सहित दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दें।
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दिग्विजय सिंह का सीएम शिवराज को पत्र
प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी,
मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के थाटीपुर क्षेत्र में स्थित पी.एम.एस. अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास में प्रभारी सहायक आयुक्त हरीबाबू शर्मा द्वारा गरीब वंचित वर्ग से आने वाली छात्राओं को प्रताड़ित करने के मामले से आपको अवगत करा रहा हूँ।
आप ऐसे तो प्रदेश की बेटियों को अपनी भांजियाँ कहते है और आपके की शासन में गरीब वंचित वर्ग की इन छात्राओं के साथ आपके अधिकारी जो व्यवहार कर रहे है इससे आप बेखबर है। पी.एम.एस. अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास थाटीपुर की छात्राओं ने उनके साथ हो रहे अत्याचार की पूरी घटना बताई है। प्रभारी सहायक आयुक्त हरीबाबू शर्मा द्वारा छात्राओं को प्रताड़ित किया जा रहा है।
यह छात्रावास उस क्षेत्र में स्थित है जहां से केन्द्र सरकार के दो कैबिनेट मंत्री एवं राज्य सरकार के दो मंत्री इसी क्षेत्र से आते है। वहा प्रभारी सहायक आयुक्त की मनमानी चल रही है। छात्रावास की अधीक्षिका द्वारा हर दिन छात्राओं को प्रताड़ित किया जाता है। छात्राओं ने बताया है कि कुछ समय पहले छात्रावास की अधीक्षिका ने रात करीब 1 बजे थाटीपुर के छात्रावास भवन से उनका सामान नीचे रोड पर फेंका और उन्हें जबरदस्ती रात में सी.पी. कॉलोनी के छात्रावास भवनों में ले गए वहां के भवनों में किसी प्रकार की कोई जगह नही होने के बाद भी 50-50 छात्राओं की क्षमता वाले छात्रावास भवन के दोनों भवनों में 150 छात्राओं को रहने मजबूर किया।
छात्राओं ने बताया है उसके बाद भी थाटीपुर के छात्रावास को सी.पी. कॉलोनी के भवनों में ही शिफ्ट करने की कार्यवाही की जा रही थी जिसका छात्राओं द्वारा विरोध किया गया। विभाग के अधिकारियों द्वारा छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है। छात्राओं द्वारा जिला प्रशासन के हर स्तर पर शिकायत करने के पश्चात भी कोई कार्यवाही नहीं करने की शिकायत की है। भोपाल से प्रकाशित ‘‘दैनिक वांटेड टाईम्स’’ ने दलित छात्राओं पर हो रही प्रताड़ना से संबंधित एक विस्तृत खबर भी प्रकाशित की है। जिसकी प्रति पत्र के साथ संलग्न है।
एक प्रभारी सहायक आयुक्त द्वारा छात्रावासों में रहने वाली गरीब वंचित वर्ग की छात्राओं को इस तरह प्रताड़ित करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से पता चलता है कि उक्त अधिकारियों की उच्च स्तर पर पहुँच है। छात्राओं ने बताया है कि प्रभारी सहायक आयुक्त द्वारा आये दिन छात्रावास में मांसाहार की पार्टी की जाती है। विरोध करने पर छात्राओं के कमरों की बिजली काट दी जाती है एवं पानी बंद कर दिया जाता है, विभिन्न रूप से छात्राओं को प्रताड़ित किया जाता है।
प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग पर प्रताड़ना के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे है। मेरा आपसे अनुरोध है कि छात्राओं पर हो रहे अत्याचार की शासन स्तर से जांच कराते हुए दोषी प्रभारी सहायक आयुक्त, छात्रावास अधीक्षक सहित दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश प्रदान करने का कष्ट करें।
सहयोग के लिए मैं आपका आभारी रहूँगा।
सादर,
आपका (दिग्विजय सिंह)