MP News: शिक्षा विभाग ने बढ़ाई तारीख, 5 मार्च तक राइट टू एजुकेशन के तहत अभिभावक कर सकेंगे आवेदन

9 मार्च तक डाक्यूमेंट्स का सत्यापन करने का समय मिलेगा। इसके साथ ही ट्रांसपरेंसी रैंडम सिस्टम के तहत लगभग 11 मार्च 2024 को ऑनलाइन लॉटरी निकाली जाएगी।

Shashank Baranwal
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Right to Education

Right to Education: मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है। जहां राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत निजी स्कूलों में वंचित वर्ग और कमजोर वर्ग के बच्चों को ऑनलाइन आवेदन की तारीख 5 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है। अब अभिभावकों को 5 मार्च तक अपने बच्चों के लिए स्कूल का चयन करने और आवेदन करने का मौका मिलेगा।

वहीं 9 मार्च तक डाक्यूमेंट्स का सत्यापन करने का समय मिलेगा। इसके साथ ही ट्रांसपरेंसी रैंडम सिस्टम के तहत लगभग 11 मार्च 2024 को ऑनलाइन लॉटरी निकाली जाएगी। जिसकी जानकारी अभिभावकों को मैसेज के माध्यम से दी जाएगी। जिसके बाद अलॉटमेंट लेटर छात्र स्कूल में प्रवेश ले सकते हैं। दरअसल, राइट टू एजुकेशन के तहत आवेदन की तारीख 23 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च तक निर्धारित की गई थी। जिसे अब 5 मार्च तक बढ़ा दिया गया है।

इतने लोगों ने किए आवेदन

गौरतबल है कि 23 फरवरी से चल रहे राइट टू एजुकेशन के तहत अभी तक कुल 15 हजार आवेदन आएं हैं। हालांकि इस बीच कई बार सर्वर में दिक्कते आई हैं। इसके साथ ही राइट टू एजुकेशन के तहत दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया की शुरूआत 22 मार्च 2024 से शुरू होगी और ऑनलाइन लॉटरी 28 मार्च को जारी की जाएगी। वहीं इस लॉटरी में चयन हुए आवेदकों को 30 मार्च और 5 अप्रैल के बीच अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड किया जा सकेगा। जिसके बाद स्कूल में छात्र प्रवेश ले पाएंगे।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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