भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (oxford astrazeneca) की कोरोना वायरस वैक्सीन(coronavirus vaccine) को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद एक और राहत भरी खबर है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने आज भारत बायोटक की वैक्सीन ‘कोवैक्सिन’ को देश में सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश की है।
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अब कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटक की कोवैक्सिन (covaxin) पर अंतिम निर्णय ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को लेना है। उम्मीद है कि जल्द ही दोनों वैक्सीन को फाइनल अप्रूवल मिल जाएगा। ऐसा होता है तो भारत को एक साथ दो वैक्सीन मिल सकेगी। इसमें कोवैक्सिन देश की पहली स्वेदशी वैक्सीन होगी। बता दें कि एस्ट्राजेनेका के साथ सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवैक्सिन की दस करोड़ खुराक के उत्पादन का करार किया है। फिलहाल देश में इस वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण चल रहा है। पहले दो चरणों के नतीजों में पाया गया है कि कोवैक्सिन के इस्तेमाल के शरीर में बनी एंटीबॉडी 6 से लेकर 12 महीने तक कायम रहती है। अब सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन की मंजूरी के बाद देश के करोड़ों लोगों की उम्मीद DCGI के फैसले पर टिकी हुई है।