भोपाल। एक तरफ एनसीसी कैडेट्स की ट्रेनिंग का मैदान, दूसरी तरफ कॉलेज में आने-जाने वाले विद्यार्थियों की आवाजाही, एक जगह रखे हुए ट्रेनिंग के हथियार और एक तरफ छात्राओं की आमद-रफ्त का रास्ता… इन सबके बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने अवैध रूप से मैदान को अघोषित पार्किंग बना लिया। पार्किंग के नाम पर की जा रही अवैध वसूली के खेल में यहां शहरभर के कंडम वाहन भी लाकर जमा कर दिए गए हैं। भविष्य के खतरे को देखते हुए कॉलेज प्रबंधन और गल्र्स एनसीसी बटालियन ने जिम्मेदार अधिकारियों को चिट्ठी लिखी हैं। लेकिन कार्यवाही न होने का असर यह है कि यहां खतरे के बादल गहरे होते जा रहे हैं, जिससे शहर में किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
जानकारी के मुताबिक पुराने भोपाल के गिन्नौरी क्षेत्र में 4 बालिक एनसीसी बटालियन का संचालन होता है। इसके करीब ही शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य कॉलेज भी स्थित है। जिसके चलते यहां विद्यार्थियों और खासकर लड़कियों की आवाजाही का सिलसिला लगा रहता है। इस कॉलेज से लगे खाली पड़े मैदान में पिछले कुछ दिनों से कुछ असामाजिक तत्वों ने अवैध और अनाधिकृत रूप से पार्किंग स्टैंड स्थापित कर लिया है। बिना किसी विभागीय परमिशन के संचालित किए जा रहे इस पार्किंग में बड़ी तादाद में शहरभर से लाए गए कंडम वाहन भी खड़े कर दिए गए हैं।
कैडेट्स की बढ़ी परेशानी
बालिका एनसीसी कैडे्टस इस मैदान पर अपना प्रशिक्षण हासिल करने के लिए हर रोज जमा होती हैं। लेकिन यहां खड़े वाहन और इनके आसपास मौजूद असामाजिक तत्वों के चलते जहां उनकी ट्रेनिंग बाधित हो रही है, वहीं बालिकाओं के लिए असहजता के हालात भी बन गए हैं। असामाजिक प्रवृत्ति के युवकों द्वारा लड़कियों को अश£ील फब्तियां कसी जाती हैं और आते-जाते उन्हेंं गंदे इशारे भी किए जाते हैं। इसके अलावा एनसीसी बटालियन के स्टोर रूम में रखे ट्रेनिंग हथियारों की सुरक्षा भी इन लोगों की वजह से खतरे में पड़ी दिखाई दे रही है।
बटालियन-कॉलेज ने लिखी चिट्ठी
4 बालिक एनसीसी बटालियन ने कलेक्टर भोपाल को चिट्ठी लिखकर पिछले पत्र-व्यवहार का हवाला दिया है। उन्होंने लिखा है कि इस मामले में शीघ्र कार्यवाही की जाए, अन्यक्षा यहां विकट हालात बन सकते हैं। इसी तरह शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य कॉलेज प्रबंधन ने भी सीएसपी कोतवाली को पत्र भेजकर हालात से वाकिफ करवाया है। उन्होंने निवेदन किया है कि लंबे समय से लिखे जा रहे पत्रों के जवाब में पुलिस द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे कॉलेज विद्यार्थियों के साथ असहज हालात बनते जा रहे हैं।