Bhopal- Bairagarh youth Jayant Kewlani trapped in Sudan : सूडान में फंसे बैरागढ़ के युवक जयंत केवलानी के परिवार की मुश्किलें फिर बढ़ गई है, पिछले करीबन 24 घंटे से परिवार का जयंत से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है, जयंत की बहन वंशिका ने पीएम मोदी को ट्वीट कर मदद मांगी है, पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, दरअसल जयंत से हुई शनिवार सुबह आखरी बातचीत में उसने परिजनों को बताया था की सूडान सरकार के आदेश के बाद उन्होंने अपना सामान बांध कर निकलने की तैयारी कर ली थी लेकिन अचानक फिर हिंसा भड़कने के चलते उन्हे रोक लिया गया है, शनिवार शाम 4 बजे जयंत सहित सूडान में फंसे भारतीयों को वहाँ से सड़क मार्ग से खार्तूम लाया जाना था और वहाँ से फिर हवाई मार्ग से भारत लाया जाता लेकिन उससे पहले ही सूडान में एक बार फिर हिंसा शुरू हो गई, ईद के चलते दो दिन का सीजफायर घोषित किया गया था लेकिन उससे पहले ही सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच हिंसा की शुरुआत हो गई। सूडान इन दिनों गृहयुद्ध की आग में जल रहा है और इसी हिंसा की चपेट में भोपाल के बैरागढ़ का रहने वाला जयंत केवलानी भी आ गया है।
जयंत बिजनेस ट्रिप के लिए पहुंचा था सूडान
गौरतलब है कि की सूडान में इन दिनों गृह युद्ध छिड़ गया है और इस गृहयुद्ध में भोपाल के बैरागढ़ का रहने वाला 23 साल का युवक जयंत केवलानी फंस गया है, जयंत 4 मार्च को सूडान गया था वो वहाँ बिजनेस ट्रिप के लिए गया था उसे 20 अप्रैल को वापस आना था की इसी बीच वहाँ सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच युद्ध छिड़ गया, इस हिंसा की चपेट में जयंत भी आ गया है। जयंत सूडान के जयंत चने और तूअर दाल का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिजनेस करते हैं। पिता नरेंद्र केवलानी समेत उनका परिवार भोपाल के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में रहता है। करीब डेढ़ महीने पहले वह सूडान की राजधानी खार्तूममें बिजनेस मीटिंग में शामिल होने गए थे। 20 अप्रैल को लौटने वाले थे, तभी 15 अप्रैल को लड़ाई शुरू हो गई और फंस गए। जयंत के परिजनों का उसका हाल सुनकर रो रोकर बुरा हाल है वह बस गुहार लगा रहे ही की सरकार जल्द से जल्द उनके बेटे सहित वहाँ फंसे भारतीयों को वापस ले आए।