अपने हाथों से खाना खिलाया, आशीर्वाद के साथ गिफ्ट दिए, “शिवराज मामा” ने ऐसे मनाया बच्चों के साथ रक्षाबंधन

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। “शिवराज मामा की पाठशाला”(Shivraj Mama ki Pathshala) में टीचर बनकर बच्चों की “तिरंगे” की गौरव गाथा सुनाने वाले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज एक बार फिर मामा की भूमिका में दिखाई दिए। उन्होंने अपने निवास पर “मेरी राखी शिवराज मामा के घर” (Meri Rakhi Shivraj Mama Ke Ghar) कार्यक्रम में मासूम बच्चों के साथ समय बिताया बल्कि उन्हें अपने हाथों से खाना खिलाया, आशीर्वाद दिया हुए गिफ्ट बांटे। बच्चों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा संकल्प है कि प्रदेश में हम अनाथ शब्द नहीं रहने देंगे।

मुख्यमंत्री निवास पर आज शुक्रवार को “मेरी राखी शिवराज मामा के घर” (My Rakhi Shivraj Mama’s house) कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना, बाल निकेतन, एसओएस ग्राम, आरुषि बालिका गृह, पश्चातवर्ती गृह और नित्य सेवा सोसायटी के बच्चे शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन बच्चों का लाड़-प्यार और आशीर्वाद के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री निवास पर आये सभी बच्चों के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज था।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रेम, स्नेह और आत्मीयता का अद्भुत त्यौहार राखी हमें आश्वस्त करता है कि हम अकेले नहीं हैं। कोविड महामारी के दौरान कई बच्चों को माता-पिता अकेले छोड़ कर चले गए। पिछली दीवाली हमनें इन सब बच्चों के साथ मुख्यमंत्री निवास में मनाई थी। इस वर्ष हम राखी साथ मना रहे हैं। तुम्हारे मामा, राज्य सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आशीर्वाद आप सबके साथ है।

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सीएम शिवराज ने कहा कि मेरा यह संकल्प है कि प्रदेश में हम अनाथ शब्द नहीं रहने देंगे। बच्चों आप अपने आप को कभी अकेला मत समझना। दुनिया में बहुत से महापुरूष ऐसे हुए हैं, जिन्होंने बचपन में ही अपने माता-पिता को खो दिया और कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। जीवन में कठिनाइयों का सामना करते हुए उपलब्धियाँ अर्जित की और अपना नाम, कार्य तथा विचार स्थापित किए।

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मुख्यमंत्री ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप बड़े से बड़ा काम कर सकते हैं। हम ठान लें कि हमें क्या करना है। मेरा विश्वास है कि व्यक्ति जो सोचता है, उस दिशा में दृढ़ प्रतिज्ञ होकर निरंतर प्रयासरत करने से वह अपने विचार के अनुसार लक्ष्य प्राप्त करने में सफल होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मन लगा कर पढ़ें और खेलें। प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई प्रतिभा अवश्य होती है, उसे पहचानें और उसे निखारने का निरंतर प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की पंक्तियाँ “कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” का उल्लेख करते हुए कहा कि बच्चों कभी निराश मत होना, पढ़ो, लिखो, आगे बढ़ो, परिवार और प्रदेश का नाम रोशन करो।

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मुख्यमंत्री ने “मेरी राखी शिवराज मामा के घर” मनाने आए बच्चों का निवास परिसर में फूल बरसा कर स्वागत किया।बच्चियों ने मामा शिवराज को राखी बाँधी और मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को उपहार भेंट किए। उन्होंने सभी बच्चों के साथ भोजन किया, उन्हें अपने हाथों से खाना खिलाया, आशीर्वाद दिया, गिफ्ट दिए और ग्रुप फोटो खिंचवाए। मुख्यमंत्री  ने बच्चों को 13 से 15 अगस्त तक “हर घर तिरंगा” अभियान में भाग लेने के लिए प्रेरित भी किया। कार्यक्रम में बताया गया कि वेंदातु ग्रुप सीहोर, विदिशा, रायसेन के 100 जरूरतमंद बच्चों को ऑनलाइन एप से शिक्षा प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालाघाट, जबलपुर, इंदौर, शिवपुरी के बच्चों से वर्चुअली संवाद भी किया। कार्यक्रम के आरंभ में बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी और देशभक्ति एवं राखी गीत प्रस्तुत किए।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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