भोपाल।
एमपी में खाने की चीजों में लगातार हो रही मिलावट के मामले सामने आने के बाद कमलनाथ सरकार ने सालों से एक ही जगह जमे खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को बदलने का फैसला किया है।खबर है कि करीब 60 अधिकारी (एफएसओ) बदले जाएंगें। खाद्य एवं औषधि प्रशासन अब ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार कर रहा है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 163 एफएसओ हैं, इनमें से 60 बदले जाने है।
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दरअसल, संवेदनशील पद पर काम करने वालों को हर तीन साल में बदले जाने की व्यवस्था है, लेकिन करीब 60 एफएसओ ऐसे है जो करीब 11 साल से एक ही जगह पर जमे हुए हैं।जिनका तबादला नही हुआ है, हालांकि कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें हटाया तो गया पर कुछ महीनों में ही फिर लौटकर आ गए। वही प्रदेश में बीते कई दिनों से मिलावट के खिलाफ अभियान चल रहा है, लगातार मिलावट खोरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, लगातार मामले सामने आने के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। लिहाजा स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने भी बहुत जल्द इन्हें बदलने की बात कही है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन अब ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार कर रहा है। बता दें कि प्रदेश में कुल 163 एफएसओ हैं।
अबतक सामने आ चुके है कई बड़े मामले
प्रदेश में अबतक कई मिलावट खोरों के मामले सामने आ चुके है। आज सुबह ही मुरैना में मिलावटखोरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। इसमें बीजेपी नेता साधु राठौर समेत 13 लोगों पर मामला दर्ज किया गया ।यह सिंथेटिक दूध, पनीर, मावा में मिलावट को लेकर की गई। वही ग्वालियर में डीएम एवं कलेक्टर अनुराग चौधरी ने मिलावटी दूध का कारोबार करने वाले उम्मेद सिंह रावत पर रासुका की कार्रवाई की है। ये आदेश तीन महीने तक प्रभावी रहेगा।इससे पहले यहां 10 साल पहले 2009 में तत्कालीन जिला दंडाधिकारी और कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने रासुका के तहत कार्रवाई की थी।