भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में उपचुनाव का संग्राम थम चुका है और एक बार फिर बीजेपी सत्ता पाने में पूर्ण बहुमत के साथ कामयाब हो गई है। अब यह तय है कि आने वाले 3 सालों तक मध्य प्रदेश की गद्दी पर बीजेपी का राज रहने वाला है। चूंकि उपचुनाव हो चुके हैं ऐसे में प्रदेश में नगर निगम चुनावों (municipal elections) की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
नगर निगम चुनावों के लिए 25 नवंबर को मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन किया जाएगा और 24 दिसंबर तक दावे आपत्ति प्रस्तुत की जा सकेंगी। इस बात से साफ है कि प्रदेश में जल्द ही उपचुनाव होंगे।
18 लाख मतदाता डालेंगे वोट
इस बार के नगर निगम चुनाव में राजधानी के 85 वार्डों में 18 लाख 31 हजार 544 लोग वोट डालेंगे। इसमें से 9 लाख 55 हजार 137 पुरुष मतदाता है और 8 लाख 76 हजार 225 महिला मतदाता हैं। बाकी 182 लोग अन्य मतदाताओं में शामिल हैं। वहीं स्थानीय निर्वाचन कार्यालय फिलहाल मतदाता सूची में नाम नहीं जोड़ने का काम नही कर रहा लेकिन भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर नए मतदाता नाम जुड़वा सकते हैं। बता दें कि 16 नवंबर से सभी एसडीएम कार्यालय में भी नए मतदाता अपने नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकेंगे। लेकिन यह नए वोटर मतदाता नगर निगम चुनाव में वोट नहीं कर पाएंगे।
कोरोना के चलते नगर निगम चुनावों में बढ़ेंगे बूथ
इस बार कोरोना के कारण वार्ड स्तर पर बूथों की संख्या बढ़ाई जा रही है। हर बूथ पर 1000 के अंदर ही मतदाता वोट डाल सकेंगे। जिले में 2187 बूथ संख्या की जा रही है। अगर पहले की बात करें तो पहले बूथों की संख्या 1765 ही थी,लेकिन इस बार आयोग के दिशानिर्देशानुसार बूथों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। जहां पहले एक स्कूल में ज्यादा बूथ थे वहां भी बूथ संख्या कम की जाएगी ताकि ज्यादा भीड़ ने लग सके।