दरअसल, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बताया कि MP के अनूपपुर जिले में जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के तीन नये भवनों और पुराने स्कूल भवनों में 10-10 नये कक्षों का निर्माण किया जायेगा। इन निर्माण कार्यों के लिए 21 करोड़ 26 लाख 16 हजार रुपये जनजातीय विभाग द्वारा स्वीकृत किये गये हैं।
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बताया कि उनके गृह जिले अनूपपुर के ग्राम बम्हनी, जमुना कालरी और बेनीवारी में 10 करोड़ 13 लाख 82 हजार रुपये की लागत से तीन नये उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (Government School) के लिये भवनों का निर्माण किया जायेगा। इसके साथ ही ग्राम खूंटाटोला, वैकटनगर, बेलडोगरी, लखारा, इटौर और मदेहड़ी के पुराने स्कूल भवनों में 10-10 नये अतिरिक्त कक्षों का निर्माण किया जायेगा। इन कक्षों के निर्माण पर 11 करोड़ 12 लाख 34 हजार रुपये व्यय होंगे।
खाद्य मंत्री सिंह ने बताया कि इन ग्रामों में स्कूल भवन उपलब्ध न होने के कारण बच्चों को अन्यत्र गांव और जिलों में जाना पड़ता था। इसके साथ ही कुछ ग्रामों के पुराने स्कूलों में पर्याप्त कक्ष न होने के कारण भी छात्र-छात्राओं (Student) को अध्ययन में काफी कठिनाई आती थी। इन निर्माण कार्यों से गांव के बच्चे अब शिक्षा के लिये यहाँ वहाँ नहीं भटकेंगें। उन्हें एक ही स्थान पर शिक्षा (Education) का उचित माहौल प्राप्त होगा।
इसके अलावा मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बताया कि उनके गृह जिला अनूपपुर के 28 ग्रामों में 8 करोड़ 46 लाख 72 हजार रूपये की लागत से 28 उप- स्वास्थ्य केन्द्रों के भवनों का भी निर्माण किया जायेगा। MP के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा इन कार्यों के लिये राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें प्रति भवन के निर्माण पर 30 लाख 26 हजार रुपये व्यय होंगे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा अनूपपुर जिले में आदिवासी उपयोजना के अंतर्गत विशेष केन्द्रीय सहायता के रूप में स्वीकृत परियोजनाओं के अंतर्गत इस राशि की स्वीकृति प्रदान की गई हैं।
इसके अंतर्गत जिले के ग्राम तितरीपोढ़ी, पसला, पोंढी, दुलहरा, चचाई, खोली, बिजोडी, डोंगराटोला, मझगवाँ, घुईदादर, पालाडोंगरी, गिरारी (पाटन) पिपरखुटा, दुधमानियाँ, गोरसी, गुंवारी, जरियारी, खमरौध, कोठी पकरिहा, जमुना, भालूमाड़ा छिरमिरी, चंगेरी, खूंटाटोला, भगता, लहसुई, श्रमिकनगर और ग्राम पिपरिया में उप- स्वास्थ्य केन्द्रों के लिये भवन का निर्माण किया जायेगा। इन अतिरिक्त उप-स्वास्थ्य केन्द्रों के बनने से ग्रामीणों को और अधिक सहजता से इलाज मिल सकेगा। काफी समय से स्थानीय जन-प्रतिनिधि और आम जनता द्वारा इस संबंध में अनुरोध किया जा रहा था।