माइक्रोसॉफ्ट की फर्म फ्रॉस्ट एंड सुलिवान कमीशन ने अपनी स्टडी में इस बात की जानकारी दी है कि भारत की बड़ी कंपनियों को हर साल हैकिंग की वजह से 10.3 मिलियन डॉलर (करीब 72.55 करोड़ रुपए) का नुकसान होता है जबकि छोटी कंपनियों को 10 हजार डॉलर (7.04 लाख रुपए) का नुकसान उठाना पड़ता है।
फ्रॉस्ट एंड सुलिवान ने ‘अंडरस्टैंडिग द साइबरसिक्योरिटी थ्रेट लैंडस्केप इन द एशिया पैसिफिक: सिक्योरिंग द मॉडर्न एंटरप्राइज इन अ डिजिटल वर्ल्ड’ नाम से एक सर्वे किया था। इस सर्वे में छोटी कंपनियों (250 से 499 कर्मचारी) और बड़ी कंपनियों (500 से ज्यादा कर्मचारी) को शामिल किया गया था।