भोपाल/नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ी मजबूती मिली है। पादीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने अटकलों पर विराम लगाते हुए खुद कांग्रेस में शामिल होने बात कही है। पटेल ने 12 मार्च (मंगलवार) को गांधीनगर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होने का एलान किया है। हार्दिक ने ट्वीट कर इसकी जानकारी खुद दी है। मंगलवार को ही गांधीनगर में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक प्रस्तावित है। बाद में एक रैली का भी आयोजन किया जाएगा।
हार्दिक ने ट्वीट कर लिखा है कि समाज और देश की सेवा करने के इरादे से उन्होंने राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है। सााथ ही कहा है कि अगर कोई कानूनी अड़चन नहीं आती और पार्टी मुझे चुनावी मैदान में उतारने का फैसला करती है तो मैं पार्टी के फैसला का समर्थन करुंगा। मैं 125 करोड़ भारतीयों की सेवा करने के लिए यह कदम उठा रहा हूं।
इससे पहले शुक्रवार को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया था। उन्होंने पहले भी लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे। कांग्रेस स्टेट प्रेसिडेंट अमित चावड़ा का मानना है कि हार्दिक की एंट्री से पार्टी को मजबूती मिलेगी। वहीं मुख्यमंत्री विजय रूपानी का कहना है कि यह साबित करता है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस का मोहरा थे और उन्ही के लिए काम कर रहे थे।
चुनाव लडने पर संशय बरकरार
हार्दिक ने अप्रैल 2015 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के बैनर तले विसनगर में अपना पहला आंदोलन किया था। भाजपा विधायक के कार्यालय पर तोड़फोड़ और आगजनी के बाद हार्दिक चर्चा में आए थे। पिछले साल जुलाई में विसनगर कोर्ट ने इस मामले में उन्हें दो वर्ष की सजा सुनाई थी।इस सजा के खिलाफ उन्होंने हाई कोर्ट में अपील की है जिस पर सोमवार को सुनवाई होनी है। अगर सजा में राहत नहीं मिलती है तो वह चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक दो वर्ष की सजा मिलने पर जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 8 (3) के तहत कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता।
मप्र में भी मिलेगी मजबूती
हार्दिक के कांग्रेस मे शामिल होने पर ना सिर्फ गुजरात बल्कि मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।विधानसभा चुनावों के बाद से ही वे कांग्रेस से लगातार संपर्क बनाए हुए थे। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने प्रदेश के कई दौरे किए थे और कांग्रेस का प्रचार किया था।जिसका कांग्रेस को भरपूर फायदा मिला था। साथ ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर भी कांग्रेस और राहुल गांधी को बधाई दी थी।इसके साथ ही मंदसौर किसान आंदोलन के दौरान भी वे वहां पहुंचे थे और बीजेपी पर व्यापमं, बेरोजगारी,किसान और व्यापारियो को लेकर जमकर निशाना साधा था। चुंकी मध्यप्रदेश मे भी पटेल वर्ग के लोग रहते है, हार्दिक के कांग्रेस में शामिल होने पर इसका लाभ कांग्रेस को जरुर मिलेगा। हार्दिक ओबीसी वर्ग को साधने में कांग्रेस की मदद कर सकते है। हालांकि अभी तय नही हो पाया है कि पटेल कहां से चुनाव लड़ेंगें और मध्यप्रदेश में उनके दौरे होंगें या नही। वही पटले के काँग्रेस में आने से भाजपा में हड़कंप की स्थिति है।
60 लाख पाटीदार
गुजरात के बाद मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है जहां पाटीदार समाज का बड़ा वोट बैंक है। 60 लाख के करीब पाटीदार वोट प्रदेश की 34 सीटों पर निर्णायक स्थिति में हैं। मध्यप्रदेश के मालवा इलाके में सबसे ज़्यादा, 35 लाख से ज़्यादा पाटीदार वोट हैं।पटेल की एंट्री गुजरात के साथ साथ बड़ा वोट बैंक कांग्रेस में ट्रांसफर करवा सकती है।