भोपाल। हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी ने अहम फैसला लिया है। यूनिवर्सिटी का पूरा कामकाज अब हिंदी में होगा। यूनिवर्सिटी की तरफ से इस संबंध में सभी अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। हालांकि जरूरत पड़ने पर हिंदी के साथ उसका अंग्रेजी भाषा में अनुवाद के तौर पर भी कामकाज किया जा सकेगा, लेकिन हिंदी में कामकाज करना अनिवार्य रहेगा। अब तक यूनिवर्सिटी के सरकारी कामकाज की भाषा तय नहीं थी।
सुविधा के अनुसार अधिकारी कभी अंग्रेजी में, तो कभी हिंदी में कामकाज करते थे। इधर, यूनिवर्सिटी के इस कदम की सरकार ने तारीफ की है। सरकार ने यूनिवर्सिटी के कुलपति के साथ रजिस्ट्रार को ये कदम उठाने के लिए शुभकामनाएं दी हैं। सरकार ने कहा है कि सीएम कमलनाथ भी हिंदी को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की सलाह दे चुके हैं। यूनिवर्सिटी ने इसे अमल में लाकर सीएम की मंशा को एक कदम आगे बढ़ाया है। मध्यप्रदेश में लगातार हिंदी को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि लोग अपनी राष्ट्र भाषा को बेहतर तरीके से सीख और समझ सकें। इसके लिए स्कूलों को भी हिदायत दी गई है कि हिंदी भाषा की तरफ अंग्रेजी जितना ध्यान दें।