भोपाल। देशभर में जारी एनआरसी और सीएए के खिलाफ आंदेालन की कड़ी में राजधानी के युवाओं ने गांधीगिरी तरीके से अपनी बात दिल्ली तक पहुंचाने की पहल की है। राजधानी के इकबाल मैदान पर बुधवार शाम से शुरू किए गए अनिश्चितकालीन सत्याग्रह में अधिकांश युवाओं की मौजूदगी है। इनको बल देने के लिए जहां बुजुर्ग और अनुभवी लोगों ने भी कंधे से कंधा मिला रखा है, वहीं घरेलू महिलाओं ने भी चूल्हा-चौका छोड़कर सड़कों पर निकलने के लिए कमर कस ली है। बुधवार आधी रात तक जारी रहे सत्याग्रह के बाद गुरूवार सुबह से ही युवाओं और महिलाओं का जुड़ाव शुरू हो गया था। यहां हर तरफ से एक ही आवाज उभर रही है, काले कानून को देश बर्दाश्त नहीं करेगा, केन्द्र सरकार को फैसला वापस लेना होगा….।
राजधानी के इकबाल मैदान पर जारी सत्याग्रह के लिए न तो कोई अगुवा सामने आ रहा है और न ही किसी बैनर के तले इस आयोजन को आगे बढ़ाया जा रहा है। बावजूद इसके सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेजेस और फेसबुक लाइव ने युवाओंं को इस कारवां में शामिल होने के लिए घरों से निकाल दिया है। बिना बुलाए और बिना दावत के पहुंच रहे युवाओं में काले कानून को लेकर भारी रोष और गुस्सा है। वे लगातार अपनी बातों में इस नारे को बुलंद करते नजर आ रहे हैं कि देश के संविधान से छेड़छाड़ को न तो देश बर्दाश्त करेगा और न ही ऐसे कुत्सित प्रयास करने वालों को कभी माफ करेगा।
महिलाओं ने संभाला मोर्चा
गुरूवार सुबह इकबाल मैदान पर अचानक महिलाओं का हुजूम पहुंचने लगा और देखते ही देखते मैदान महिलाओं से लबरेज होता नजर आने लगा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि घरों में रहकर परिवार के पोषण में बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाली महिलाओं का यह कर्तव्य भी है कि देश पर आई किसी विपत्ति के लिए भी वे मर्दों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हों। देश की आजादी का इतिहास गवाह है, जब महिलाओं ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कमर कसी थी और देश को आजाद कराने में महति भूमिका निभाई थी। महिलाओं ने कहा कि देश फिर अंदरुनी दुश्मनों से घिरा हुआ है, इसके संविधान पर संकट के बादल छाए हुए हैं, यहां के एकता-भाईचारे को दांव पर लगाया जा रहा है, इस मुल्क में रहने और जीने की आजादी को छीने जाने की कोशिश की जा रही है। महिलाओं ने ललकार लगाई कि देश के भोले लोगों को नाहक परेशान न किया जाए, जब इनका उग्र रूप सामने आएगा तो बड़े से बड़े तानाशाह को जमींदोज करने के नजारे सामने आएंगे।
चलेगा हस्ताक्षर अभियान
जमीयत उलमा हिंद की प्रदेश इकाई के सचिव हाजी इमरान हारून शहर में हो रहे विभिन्न प्रदर्शनों में अपनी टीम के साथ लगातार सहयोग कर रहे हैं। इसी विरोध की श्रृंखला में हाजी इमरान शुक्रवार को नमाज-ए-जुमा के बाद एक हस्ताक्षर अभियान शुरू करने वाले हैं। इस दौरान इमामी गेट से शुरू होने वाला पैदल मार्च चौक बाजार तक जाएगा। इस बीच कार्यकर्ता हर दुकान, घर और राहगीर से कानून संशोधन के खिलाफ हस्ताक्षर करवाएंगे। हाजी इमरान ने बताया कि लगातार चलने वाले इस अभियान में घर-घर जाकर एक लाख से ज्यादा लोगों के हस्ताक्षर करवाकर इसे ज्ञापन की शक्ल में देश के राष्ट्रपति को सौंपने की तैयारी की जा रही है।
8 को शहर बंद का ऐलान
कम्युनिस्ट पार्टी की विभिन्न शाखओं ने सामूहिक रूप से आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया है। इसके तहत 8 जनवरी को भारत बंद का ऐलान किया गया है। इसी कड़ी में भोपाल बंद का नारा भी दिया गया है। पार्टी के शैलेन्द्र शैली ने बताया कि 8 जनवरी को सभी धर्म, समाज, वर्ग के लोगों से एक दिन बाजार और अपने कारोबार बंद रखकर कानून संशोधन और संविधान में की जा रही छेड़छाड़ का विरोध करने की अपील की जाएगी।
इतवार को निकलेगी आरिफ नगर से रैली
जानकारी के मुताबिक एनआरसी और सीएए के खिलाफ आरिफ नगर क्षेत्र से एक बड़ी रैली निकाली जाएगी। महिलाओं और पुरुषों की मौजूदगी वाली यह रैली शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए काले कानून के विरोध में आवाज बुलंद करेंगे। इस रैली के बाद एक आमसभा भी आयोजित की जाएगी, जिसे विभिन्न धर्मों के धर्मगुरू, राजनीतिक और समाज से सरोकार रखने वाले लोग संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन भी दिया जाएगा।