फर्जी डिग्री: जूनियर इंजीनियर बन कर रहा था नौकरी, अब खाएगा जेल की हवा

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भोपाल। गोविंदपुरा पुलिस ने फर्जी डिग्री के आधार पर भेल कारखाने में जूनियर इंजीनियर के पद पर नौकरी करने वाले आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि कार्रवाई भेल के पूर्व कर्मचारी रमाशंकर सिंह की शिकायत पर की गई है। कारखाने से रिटायर होने के बाद वे वर्तमान में वकालत करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि साजी सैमुअल वर्ष 2009 में आयोजित हुई भेल की विभागीय परीक्षा में शामिल हुए थे। इसके तहत 11 अफफ्सरों का चयन किया गया था।

 चयन के दौरान सैमुअल ने एमबीए एचआर की डिग्री अपने दस्तावेजों के साथ अटैच की थी। यह डिग्री फैजाबाद की नरेंद्रदेव यूनिवर्सिटी की बताई गई। शक होने पर रमाशंकर सिंह ने आरटीआई के तहत सैमुअल की डिग्री निकलवाकर जांच करवाई। जांच में यूनिवर्सिटी ने खुलासा किया कि उक्त डिग्री उन्होंने जारी नहीं की है। इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी, लेकिन उस वक्त मामला दर्ज नहीं हो सका। बाद में सिंह ने न्यायालय में भी परिवाद लगाया था। करीब तीन साल तक चली लंबी जांच के बाद गोविंदपुरा पुलिस ने धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर सैमुअल को गिरफ्तार कर लिया है। वर्तमान में सैमुअल पिपलानी पेट्रोल पंप के पास स्थित क्षितिज गेस्ट हाउस के इंचार्ज थे। पुलिस ने लंबी जांच के बाद में आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।


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