भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कोरोना पर दिए एक विवादित बयान के बाद सियासी पारा हाई है। भोपाल (Bhopal) से लेकर दिल्ली (Delhi) तक बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है। एक तरफ बीजेपी ने कमलनाथ के खिलाफ भोपाल में एफआईआर दर्ज करवाई है, वही दूसरी तरफ सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से सवाल करते किया है क्या ऐसे बयान देने वाले नेता पर कोई कार्रवाई की जाएगी? इसी बीच कमलनाथ ने ट्वीट कर बताया है कि किस पर और क्यों FIR की जानी चाहिए।
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कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में जिन ज़िम्मेदार लोगों की लापरवाही, नाकारापन के कारण देश में-प्रदेश में लाखों लोगों की जानें गई, इलाज-बेड-अस्पताल-ऑक्सीजन-जीवन रक्षक दवाइयां, इंजेक्शन व उपकरणो के अभाव में हजारों निर्दोष लोगों की मौते हुई। दवाइयों, इंजेक्शन व उपकरणों के अभाव में अपनों को खोया है, वह सब प्रदेश के मुख्यमंत्री व उनके मंत्रियों के खिलाफ इस अपराध के लिये एफआईआर दर्ज करवाएं।
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कमलनाथ (Kamal Nath) ने ट्वीट कर लिखा है कि जिन परिवारों में कोरोना संक्रमण से किसी सदस्य की मृत्यु हुई है, यदि उस मृत्यु को सरकारी रिकॉर्ड में कोलाने से मृत्यु दर्ज नहीं किया है तो वह परिवार भी इस मृत्यु के आंकड़े को दबाने-छुपाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan), उनके मंत्रियों व इस निष्ठुर सरकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायें।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि हम कहते थे चाइनीज कोरोना है, चाइनीज लेबोरेटरी में बना है, हम आज कहां पहुंचे हैं,आज दुनिया भर में इंडियन कोरोना है, भारतीय कोरोना। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि इंडियन कोरोना से सब डर रहे हैं सारी फ्लाइटें बंद करो, जो छात्र और नौकरी करने वाले थे उनकी एंट्री बंद कर दी है कि यह इंडियन कोरोना ले आएंगे। यह आज अपने देश की पहचान बन गई है। मेरा भारत महान तो छोड़िए मेरा भारत कोविड का बन गया है।
कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में जिन ज़िम्मेदार लोगों की लापरवाही, नाकारापन के कारण देश में-प्रदेश में लाखों लोगों की जानें गई, इलाज-बेड-अस्पताल-ऑक्सीजन-जीवन रक्षक दवाइयां, इंजेक्शन व उपकरणो के अभाव में हजारों निर्दोष लोगों की मौते हुई…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 23, 2021
जिन परिवारों में कोरोना संक्रमण से किसी सदस्य की मृत्यु हुई है, यदि उस मृत्यु को सरकारी रिकॉर्ड में कोलाने से मृत्यु दर्ज नहीं किया है तो वह परिवार भी इस मृत्यु के आंकड़े को दबाने-छुपाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री, उनके मंत्रियों व इस निष्ठुर सरकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाये।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 23, 2021





