भोपाल। विधानसभा चुनाव में महज दस दिन बचे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार प्रदेश भर में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। चुनाव से ऐनवक्त पहले जनता की नाराजगी मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। तमाम विरोध के बाद भी प्रदेश में शिवराज की लोकप्रियता जनसभाओं में दिखाई दे रही है। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के गढ़ में जनसभाएं की। जिसमें छिंदवाड़ा, बालाघाट और सिवनी शामिल थीं। यह जिले कमलनाथ का मजबूत गढ़ माने जाते हैं।
हर बार की तरह चौहान का ‘मामा इंपेक्ट’ सभी विधानसभा क्षेत्रों में दिखाई पड़ रहा है। उनकी जनसभाओं में महिलाएं और लड़कियां बढ़ चढ़कर शामिल होती हैं। हाल ही में हुई जनसभाओं में शिवराज का उत्साह बढ़ाने के लिए मामा जिंदाबाद के नारो लगाते इनके सुना गया। जो इस शिवराज की लोकप्रियता को दर्शाता है। छिंदवाड़ा के चौरई और सौंसर, बालाघाट जिले के लांजी, कटंगी और पारसवाड़ा में मामा के नारे सुनाई दिए। बच्चों जिन पर चुनावी मुद्दों का असर और प्रभाव नहीं है वह मामा-मामा चिल्लाते दिखाई दिए। नक्सल प्रभावित इलाकों में भी शिवराज का जादू बढ़ कर बोल रहा है।
जनसभाओं मे चौहान इस बात का पूरा ख्याल रख रहे हैं कि उन्हें अपनी लोकप्रियता कैसे बरकरार रखना है। वह कांग्रेस पर हमला करने के दौरान भी मामा शब्द कहने से नहीं चूकते हैं। और जनता को विश्ववास दिलाते हैं कि जबतक मामा उनके साथ है किसी बात से डरने की जरूरत नहीं है। वह हर हमले में कांग्रेस के बीते 15 साल के कार्यकाल का बखान भी लगाते हैं। हाल ही में कांग्रेस ने बीजेपी को घेरने के लिए एक विज्ञापन जारी किया है। “गुस्सा आता है’ चौहान ने इस विज्ञापन को खुद पर हमले के बजाए एक मजाक के तौर पर लेकर उसे भी जनता के बीच भुना लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इसलिए गुस्सा आता है क्योंकि बीजेपी सरकार ने प्रदेश में विकासकार्य किए हैं जो उनकी सरकार के दौरान नहीं हुए।
उन्होंने पूर्व मंत्री सरताज सिंह और रामकृष्ण कुसमरिया के चुनाव लड़ने पर हैरानी जताते हुए कहा कि जो बीजेपी के नेता इनके पीछे हैं वह भी इनको जल्द ही छोड़ देंगे। उन्होंने इस बात को माना कि बागी पार्टी के लिए परेशानी बन गए हैं। लेकिन उन्होंने इस बात का जनता को विश्वास दिलाया कि वह इन से भी जल्द ही निपट लेंगे।