भोपाल। देश भर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर 29 जनवरी को भारत बंद का आवाहन विभिन्न संगठनों द्वारा किया गया था। मध्य प्रदेश में भी बंद का असर मिला जुला दिखा। प्रदेश के संदेवनशील जिलों में पुलिस की मुस्तैदी से कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। कहीं बाज़ार खुले तो कहीं बंद रहे। राजधानी भोपाल में भी बंद का प्रभाव पुराने शहर के बाज़ारों में देखने को मिला। जबकि नए भोपाल के इलाकों में बाज़ार खुला रहा। हालांकि, इकबाल मैदान में हज़ारों की संख्या में लोग जमा हुए और सीएए, एनआरसी, एनपीआर का विरोध किया। हालांकि पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
राजधानी भोपाल के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है और उप महानिरीक्षक इरशाद वली स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। निगरानी के लिए आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में बड़वाली चौकी, सदर बाजार, खजराना, जवाहर मार्ग, आजाद नगर रानीपुरा आदि क्षेत्रों में बंद का असर थोड़ा बहुत दिखाई दिया। शेष शहर में जनजीवन सामान्य दिनों की तरह दिखा। जिला कलेक्टर लोकेश जाटव ने बताया कि ऐहतियातन सभी क्षेत्रों में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। उप पुलिस महानिरीक्षक रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि पुलिस की एक विशेष टीम सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है। व्यवस्था बनाये रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा जबलपुर, ग्वालियर, सागर, होशंगाबाद, रीवा, सीहोर, रायसेन और अन्य जिलों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार स्थिति सामान्य दिनों की तरह है और बाजार भी आम दिनों की तरह खुले हुए हैं। सभी 52 जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है।