भोपाल ।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 100 से ज्यादा बीजेपी नेताओं पर केस दर्ज किए गए है। विधायक रामेश्वर शर्मा, पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह समेत कई लोगों के खिलाफ बलवा और रास्ता रोकने का मामला दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि एमपी नगर पुलिस ने बीजेपी के पुतला दहन के दौरान धारा 144 तोड़ने पर यह कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के बाद अब तक किसी भी नेता का बयान सामने नही आया है।
दरअसल, सोमवार को भाजपा ने प्रदेशभर में नेताओं की हत्या को लेकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। भोपाल समेत पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूतले फूंके गए। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा और पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ सोमवार दोपहर करीब 11 बजे बोर्ड ऑफिस चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। उन्होंने भाजपा नेताओं की हत्या के विरोध में पुतला दहन भी किया। पुतले में आग लगाते ही पुलिस ने पुतला छीनने का प्रयास किया, इससे वहां भगदड़ मच गई। सभी कार्यकर्ताओं ने पुलिस से पुतला बचाने के लिए प्रगति पेट्रोल पंप की तरफ दौड़ लगा दी। पुलिस ने बाद में बल प्रयोग कर स्थिति को काबू में किया। इसके कारण बोर्ड ऑफिस के आसपास के चौराहों पर ट्रैफिक जाम लग गया था। देखते ही देखते वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग गई। हालात ऐसे बन गए कि ट्रैफिक पुलिस के जवानों को चौराहे की कमान संभालना पड़ा। इसी अव्यवस्था और यातायात में बाधा उत्पन्न करने के चलते 100 से ज्यादा भाजपा नेताओं पर मामले दर्ज किए गए है। टीआई एमपी नगर उपेंद्र भाटी ने बताया कि बोर्ड ऑफिस चौराहे के यहां पर धारा 144 लगी हुई थी। पुलिस ने विधायक रामेश्वर शर्मा और पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह समेत 100 से अधिक कार्यकर्ताओं पर बलवा और आम रास्ता रोकने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।
उज्जैन में भी हालत बिगड़े
इधर, उज्जैन में युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पाण्डे की अगुवाई में मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला दहन उज्जैन के टावर चौराहे पर किया गया। इस दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी धक्का-मुक्की भी हुई। कई बार पुलिस ने पुतला भी छीना, लेकिन भाजपाइयों ने अलग-अलग पुतले बनाकर मुख्यमंत्री के 10 पुतले दहन किए। इसी दौरान पुलिस से पुतला छुड़ाने के प्रयास में भाजपाई व पुलिसकर्मियों के बीच मामूली झड़प हो गई। पुलिस ने वाटर कैनन वाहन से पानी की बौछार कर कार्यकर्ताओं को तीतर-बितर किया।
गौरतलब है कि बीते दिनों में मंदसौर नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार और फिर बड़वानी में भाजपा नेता मनोज ठाकरे की हत्या कर दी गई।जिसके चलते भाजपा में आक्रोश है और वे कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। भाजपा द्नारा लगातार कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे है।प्रदेश की राजनीति गर्माई हुई है।इसी के चलते सोमवार को प्रदेशभर में मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुतले जलाए गए। वही दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कमलनाथ सरकार को चेतावनी तक दे डाली कि राज्य में कांग्रेस की सरकार आते ही अपराधियों के हौंसले बुलंद हो गए हैं और भाजपा नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को हिदायत दी कि वे अपने मंत्रियों को गैर जिम्मेदाराना बयान देने से रोके। वे प्रदेश के मंत्री गली-मोहल्ले के नेताओं जैसे बयान दे रहे हैं।