MP Election 2023 : 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग सभी तैयारियों पर बारीकी से नजर बनाये हुए है, राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के साथ साथ भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी भी मतगणना से जुड़े हर बिंदु को देख रहे हैं, आज गुरुवार को भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त अजय भादू और मध्य प्रदेश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। बैठक में 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना की व्यापक तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए।
मतगणना केंद्र में मोबाइल और कैलकुलेटर ले जाना प्रतिबंधित रहेगा
उप निर्वाचन आयुक्त भादू एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि मतगणना केंद्र पर पासधारक ही प्रवेश कर सकेंगे। किसी भी अनाधिकृत और अवांछित व्यक्ति को मतगणना स्थल पर प्रवेश नहीं मिलेगा। मतगणना केंद्र में मोबाइल और कैलकुलेटर ले जाना प्रतिबंधित रहेगा, सिर्फ मतगणना कराने में तैनात मतगणनाकर्मी ही कैलकुलेटर का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि मतगणना केंद्र में सभी व्यवस्थाएँ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देशों के अनुरूप व्यवस्थित एवं चाक-चौबंद रहें। निर्वाचन से जुड़ी सभी सूचनाएँ प्रेक्षकों, राजनीतिक दलों, अभ्यर्थियों, मीडिया और जनसामान्य को देते रहें, जिससे किसी भी प्रकार की असत्य या भ्रामक सूचनाएँ प्रसारित न हों। किसी भी प्रकार की संवादहीनता की स्थिति नहीं रहनी चाहिए।
मतगणना स्थल की सुरक्षा में किसी भी स्तर पर कमी न रहे
उप निर्वाचन आयुक्त ने प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षकों से वन-टू-वन चर्चा कर जिले में मतगणना के लिये की गई तैयारियों की सिलसिलेवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती की पूरी प्रक्रिया में सारे नॉर्म्स एवं प्रोटोकॉल्स का अक्षरश: पालन करें। पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू करने के आधा घंटा पश्चात ही ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना प्रारंभ की जाए। ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना के लिये मतगणनाकर्मियों और माइक्रो ऑब्जवर्स को प्रशिक्षित करें। मतगणना स्थल की सुरक्षा में किसी भी स्तर पर कमी न रहे। मतगणना केंद्र में सीसीटीवी कैमरों की पर्याप्त व्यवस्था रहे। सभी जिला निर्वाचन अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मतगणना के दिन रेन्डमाईजेशन से लेकर विजयी अभ्यर्थियों को निर्वाचन प्रमाण-पत्र वितरित किये जाने तक सम्पूर्ण मतगणना प्रक्रिया में पूरी तरह से निष्पक्षता व पारदर्शिता बनी रहे। मतगणना प्रक्रिया की शुद्धता पर कोई संदेह या गफलत नहीं होनी चाहिए।