भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा आज अपना घोषणा जारी करेगी। जिस तरह कांग्रेस ने इसे वचन पत्र नाम दिया है, उसी तरह भाजपा ने इसका नाम ‘दृष्टि पत्र’ रखा है।बीजेपी की कोशिश है कि उनका घोषणा पत्र कांग्रेस के वचन पत्र का तोड़ और जनता पर सीधा असर करने वाला हो।माना जा रहा है कि कांगेस को उत्तर देने के लिए बीजेपी अपने घोषणापत्र में कुछ नए मुद्दे भी शामिल कर रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत तमाम बड़े नेता बीजेपी कार्यालय में दृष्टि पत्र जारी करेंगे।
भाजपा के घोषणा पत्र में महिलाओं, युवाओं, किसानों से लेकर नाराज व्यापारियों तक सभी वर्ग को साधने की कोशिश की जाएगी। घोषणापत्र के लिए बीजेपी को 30 हजार से ज्यादा सुझाव मिले थे, इनमें से 700 सुझाव को शॉर्ट लिस्ट किया गया है। समृद्ध एमपी अभियान के तहत बीजेपी को करीब 23 लाख सुझाव मिले हैं, इन सुझावों में से कुछ प्रमुख सुझाव को बीजेपी अपने घोषणापत्र में भी शामिल करने का दावा कर रही है। खबर है कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र के अध्ययन के लिए बीजेपी ने एक टीम बनाई थी, जिसके सुझाव पार्टी अपनी दृष्टि पत्र में भी शामिल कर सकती है।
दरअसल, बीजेपी ने अपने घोषणापत्र (दृष्टिपत्र) के लिए 32 सदस्यों की एक समिति बनाई थी। इस समिति के सदस्यों ने प्रदेश के 24 स्थानों पर जाकर आमजनता के बीच रायशुमारी की। बताया जा रहा है कि जनता के सभी वर्गों के बीच से आए प्रमुख मुद्दों को दृष्टिपत्र में शामिल किया जाना है। दृष्टिपत्र समिति के मुखिया पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा हैं। समिति के सदस्यों ने रायशुमारी करके कई सुझाव दिए हैं।
गौरतलब है कि अब तक कांग्रेस का वचन पत्र लगभग सभी वर्गों को लुभा चुका है, जिसमें किसानों की कर्ज माफी की बात भी कही गई है। कांग्रेस पार्टी ने युवाओं, महिलाओं, व्यापारियों, गरीबों समेत सभी वर्गों को छूने की कोशिश की है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी के छत्तीसगढ़ के संकल्प पत्र में लोक लुभावनी घोषणाएं कम नजर आई है। यहां बीजेपी सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास के जरिए जनता को लुभाने में असमर्थ रही।माना जा रहा है कि युवाओं को रिझाने के लिए एक बार फिर बीजेपी लैपटॉप जैसी कोई अन्य योजना ला सकती है।