MP News : जल्दी दूर होगी होमगार्ड जवानों की कॉल ऑफ विसंगति, बढ़ेंगे SDERF के पद

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलकर चलने वाले होमगार्ड (MP Homeguard) को जल्दी ही गुड़ न्यूज़ मिलने वाली है। शिवराज सरकार (Shivraj Government) जल्दी ही उनकी कॉल ऑफ की विसंगति दूर कर देगी। गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (HM Dr Narottam Mishra) ने आज मंत्रालय में बैठक कर अधिककारियों को इस विषय में निर्देश दिए। उन्होंने SDERF के पद बढ़ाने का प्रस्ताव भेजने के भी निर्देश दिए।

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने निर्देश दिये है कि होमगार्ड जवानों को बेहतर कार्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किये जाएं। शुक्रवार को मंत्रालय में होमगार्ड विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान गृह मंत्री के साथ अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव वित्त मनोज गोविल, महानिदेशक होमगार्ड डॉ. पवन जैन एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने निर्देश दिए कि होमगार्ड की कॉल ऑफ संबंधी विसंगति को दूर किया जाए। बैठक में 2016 के पहले और बाद में कॉल ऑफ संबंधी विसंगति को दूर करने पर विचार किया गया। उम्मीद जताई गई कि जल्द ही विसंगति को दूर किया जाएगा। बैठक में स्टेट डिजा़स्टर्स इमर्जेंसी रिस्पाँस फोर्स (एसडीईआरएफ) (MP SDERF) के वर्तमान में स्वीकृत 550 पदों को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। निर्णय किया गया कि पद संख्या में वृद्धि कर 1500 किये जाने के लिये केबिनेट में प्रस्ताव भेजा जाए।

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बैठक में निवाड़ी जैसे 7 नये जिलों में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट के नवीन कार्यालय के निर्माण पर भी चर्चा हुई। राज्य के विभिन्न डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट कार्यालय के वर्ष 2005 के बाद नीलाम हुए वाहनों के बदले में नवीन वाहन और जिला मुख्यालय से आपदा की स्थिति में बेहतर प्रबंधन के लिये दुघर्टना स्थल तक फोर्स भेजने बस क्रय संबंधी भी चर्चा हुई।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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