MP News : इंदौर की तर्ज पर प्रदेश के अन्य शहर भी होंगे भिक्षावृति मुक्त, सामाजिक न्याय मंत्री ने किया भिक्षुक पुर्नवास केंद्र का शुभारंभ

मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि प्रदेश स्तरीय अभियान की शुरुआत सबसे पहले उज्जैन शहर से की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के साथ अब इंदौर भिक्षावृत्ति मुक्ति में भी देश का नंबर वन शहर बनेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर को पूर्ण रूप से भिक्षावृत्ति से मुक्त शहर बनाने के लक्ष्य को सामाजिक सहभागिता से पूर्ण किया जा सकेगा।

Atul Saxena
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MP News : मध्य प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने आज स्माइल परियोजना के तहत इंदौर में भिक्षुक पुनर्वास केंद्र का शुभारंभ किया।  मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने इस अवसर पर कहा कि इंदौर की तर्ज पर प्रदेश के अन्य शहरों को भिक्षावृत्ति मुक्त शहर बनाने का अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में समाज की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी।

प्रदेश के अन्य शहर भी होंगे भिक्षावृत्ति मुक्त 

सामाजिक न्याय मंत्री कुशवाह ने कहा कि इंदौर शहर को भिक्षावृत्ति से मुक्त करने का कार्य चुनौतीपूर्ण है। इंदौर में चल रहा अभियान सराहनीय एवं अनुकरणीय है। इंदौर में इस अभियान को मिल रही सफलता को देखते हुए अब प्रदेश के अन्य शहरों में भी इस तरह का अभियान चलाया जाएगा।

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प्रदेश स्तरीय अभियान की शुरुआत उज्जैन से होगी 

मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि प्रदेश स्तरीय अभियान की शुरुआत सबसे पहले उज्जैन शहर से की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के साथ अब इंदौर भिक्षावृत्ति मुक्ति में भी देश का नंबर वन शहर बनेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर को पूर्ण रूप से भिक्षावृत्ति से मुक्त शहर बनाने के लक्ष्य को सामाजिक सहभागिता से पूर्ण किया जा सकेगा।

कार्यक्रम में मौजूद विधायक रमेश मेंदोला ने कहा कि समाज कल्याण परिसर को समाज की सहभागिता से पीड़ितों की सेवा के लिए सुविधाजनक बनाया गया है। स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह ने अभियान की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर विधायक गोलू शुक्ला, सामाजिक न्याय विभाग के आयुक्त डॉ. रामाराव भोंसले सहित अन्य अधिकारी उपस्थिति थे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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