MP Panchang Politics : मध्य प्रदेश में नए वर्ष में पंचांग के आधार पर सत्ता परिवर्तन की भविष्यवाणी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की मजबूत सरकार बनाने की भविष्यवाणी की गई है। वहीं भविष्यवाणी के मुख्य बिंदुओं में कई महत्वपूर्ण घोषणाओं और दावों को शामिल किया गया है। जिस पर बीजेपी ने इन भविष्यवाणी पर चुटकी लेते हुए इन्हें अप्रैल फूल करार दिया है।
जानें ये महत्वपूर्ण भविष्यवाणियां
पंचांग पर पंडित बाबूलाल चतुर्वेदी के भुवन विजय पंचांग में कई महत्वपूर्ण भविष्यवाणियां की गई है। जिसमें कहा गया है कि कुर्सी पर रहते हुए ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पर कतरे जाएंगे। इसके साथ ही भाजपा मंत्री मंडल में जमकर गुटबाजी की भी भविष्यवाणी की गई है। पंचांग में स्पष्ट किया गया है कि बीजेपी मंत्रिमंडल में गुटबाजी देखने को मिलेगी।
कमलनाथ के नेतृत्व में मजबूत सरकार बनने का दावा
साथ ही दावों में कांग्रेस पार्टी के मध्य प्रदेश में पहले से ज्यादा मजबूत बनकर उभरने की बात कही गई है। वहीं कांग्रेस की मजबूती का सीधा असर विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। दावा किया गया है कि नववर्ष में मध्य प्रदेश में इस वर्ष सत्ता परिवर्तन देखने को मिलेगी और कमलनाथ के नेतृत्व में ही कांग्रेस की मजबूत सरकार बनेगी।
बीजेपी का तंज-अप्रैल फूल
इसके साथ ही पंचांग में की गई भविष्यवाणी के संदर्भ में यह कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार की भविष्यवाणी की गई थी, जो पहले ही सच साबित हो चुकी है। उसी तरीके से मप्र में सत्ता परिवर्तन निश्चित है। विजय पंचांग में की गई भविष्यवाणी पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और सत्ता परिवर्तन के दावे पर पंचांग को अप्रैल फूल करार दिया है।
जानें विस्तृत भविष्यवाणियां
वर्ष प्रारंभ से उत्तरार्ध तक का समय मुख्यमंत्री के लिये संकटकारी है सरकार में बड़े परिवर्तन के योग हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने चर लग्न में शपथ ली है तथा राज्येश चन्द्रमा छठे भाव में सूर्य के साथ होने के कारण उन्हें पूर्ण रुप से स्वतंत्र रूप से कार्य करने में कमी पैदा करता है, सरकार में आपसी सामंजस्य की कमी दिखाई देगी।
साथ ही उन्होंने भविष्यवाणी की है कि सत्तारुढ़ पार्टी में आपसी मतभेद रहेगा। मंत्री मण्डल में परिवर्तन की संभावना है। विपक्ष सरकार के प्रति सतत चुनौतियां पैदा करता रहेगा। कांग्रेस पार्टी पहले से अधिक सशक्त दिखाई देगी, जिसका असर चुनाव में दिखाई देगा। केन्द्र के सहयोग से कुछ नयी जन कल्याणकारी योजनायें प्रदेश में शुरू होंगी, जिससे जनमानस को लाभ होगा, खनिज के क्षेत्र से राजस्व बढ़ाने में सफलता मिलेगी।