MP School : सीएम राइज स्कूल में इस तरह होंगे एडमिशन, डीपीआई ने दी जानकारी, बच्चों के लिए जानना आवश्यक

Amit Sengar
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में 13 जून से एमपी बोर्ड के स्कूल (MP School) खुल जाएंगे, साथ ही एमपी में सीएम राइज स्कूल भी बनकर तैयार हो गए हैं। अब इन स्कूलों में एडमिशन शुरू किया जायेगा। मगर बड़ा सवाल यह है कि सीएम राइज स्कूल में एडमिशन कैसे मिलेगा। मेरिट के आधार पर, पहले आओ पहले पाओ या कोई एंट्रेंस टेस्ट होगा, नहीं इनमें प्रवेश बच्चों को लाटरी के जरिए दिया जायेगा।

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आपको बता दें कि अपर संचालक लोक शिक्षण डीएस कुशवाहा ने बताया कि प्रदेश भर में 9 हजार से ज्यादा सीएम राइज की तर्ज पर स्कूल खोले जाएंगे। पहले ही दिन पेरेंट्स और शिक्षकों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए पेरेंट्स-टीचर मीटिंग होगी। प्रदेश भर में 9 हजार से ज्यादा सीएम राइज की तर्ज पर स्कूल खोले जाएंगे। पहले ही दिन पेरेंट्स और शिक्षकों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए पेरेंट्स-टीचर मीटिंग होगी। सीबीएसई की तर्ज पर मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में हर महीने पेरेंट्स-टीचर मीटिंग होगी।

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गौरतलब है कि पहले चरण में करीब 274 स्कूलों को चुना गया है। यहां पर अभी सुविधाएं पहले से ज्यादा हैं। अभी प्रिंसिपल को कहा गया है कि स्कूल की स्थिति को देखते हुए निर्णय लेंगे। उदाहरण के तौर पर अगर 30 ही बच्चों के पढ़ाने की व्यवस्था है, तो उतने ही बच्चों के एडमिशन करें।

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सीएम राइज स्कूल में यह सुविधाएं होंगी
>> स्कूल की तरफ से बस चलाई जाएगी। बच्चों को इसी से घर से स्कूल और स्कूल से घर ले जाया जाएगा। यह फ्री होगी।
>> स्कूल में 160 बच्चों पर एक टीचर रहेगा।
>> स्मार्ट क्लास होंगी।
>> खेल के मैदान से लेकर सभी तरह की इनडोर और आउट डोर एक्टिविटी रहेंगी।
>> सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
>> एक-एक बच्चे की ट्रैकिंग एप के माध्यम से होगी।
>> हर शिक्षक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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