IMD MP Weather Update : मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। तापमान में भी बहुत हो रही है जबकि दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। आने वाले कुछ दिनों में तापमान में और अधिक बढ़ोतरी होगी। हालांकि पचमढ़ी में तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की गई है। पचमढ़ी में 4 डिग्री तक तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं प्रदेश में सबसे ठंडा रीवा रिकॉर्ड किया गया है।
प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा। रीवा संभाग में तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है। वही सबसे न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रिकॉर्ड किया गया है। अगले 24 घंटे तक मौसम में बहुत अधिक बदलाव की संभावना से इनकार किया गया। पूर्व में भी तापमान तेजी से बढ़ रहा है। न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। जबकि सुबह और शाम हल्की ठंड के साथ हल्के कोहरे देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान राजगढ़ का 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
गर्मी के एहसास में तेजी
जबलपुर में अधिकतम तापमान 27 डिग्री जबकि इंदौर में 30 डिग्री, ग्वालियर में 30 डिग्री और भोपाल में 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। धार में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। गर्मी के एहसास में तेजी बढ़ेगी। तेज धूप होने के कारण राज्य के ज्यादातर जिलों में ठंड का एहसास खत्म हो रहा है। वही हवा के पैटर्न में भी बदलाव महसूस किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के कई हिस्से में न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
पन्ना, सतना, रीवा जिले की कुछ ऐसे में सामान्य से अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया है जबकि विदिशा, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ़ सहित अन्य हिस्से में तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक रिकॉर्ड किया गया है। हरदा, शहडोल, नीमच, मंदसौर और अनूपपुर में भी तापमान सामान्य से कम और शेष जिलों में तापमान सामान्य रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम प्रणाली
हालांकि रात और सुबह के समय अभी भी मौसम में गुलाबी ठंड बनी हुई है। गुना, आगर मालवा, राजगढ़, हरदा, देवास, शाजापुर ,उज्जैन और धार में तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेंगे। पिछले 24 घंटे के दौरान मध्य प्रदेश के सभी संभाग में मौसम शुष्क रिकॉर्ड किया गया है। वहीं दक्षिण के राजस्थान पर ट्रफ का घेरा उत्पन्न हुआ है। जिसके कारण हवा उत्तरी दिशा में राजस्थान, गुजरात की तरफ से घूम कर हवा उत्तरी दिशा में मध्यप्रदेश में प्रवेश कर रही है। इसके अलावा एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आस पास ट्रफ रेखा के रूप में निर्मित है। ऐसे में मौसम प्रणाली कमजोर हो रही है। जिसके कारण मौसम में कुछ अधिक विशेष परिवर्तन नहीं होंगे।