MP Weather : बादलों ने दी थोड़ी राहत, जारी रहेगा तापमान में उतार चढ़ाव, जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान

Atul Saxena
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MP Weather Update Today : मध्य प्रदेश में इस समय दो वेदर सिस्टम एक्टिव है, जिसके चलते मौसम में बार बार बदलाव हो रहा है। कभी तापमान ऊपर तो कभी नीचे दर्ज किया जा रहा है। कभी तेज गर्मी सताती है तो कभी बादल छा जाने से तापमान में गिरावट दर्ज की जाती है जो राहत पहुंचाती है।

इस समय हवा का रुख बदलने से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज भी बदल गया है। बादल छाने से दिन का तापमान 3 डिग्री तक लुढ़क गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले तीन दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा। हालांकि, 25 फरवरी से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने के संकेत मिल रहे हैं। इसके एक्टिव होने से रात के तापमान में वृद्धि होगी और गर्मी बढ़ जाएगी।

वर्तमान माहौल  को देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि फरवरी में दिन और रात के तापमान में इसी तरह उतार-चढ़ाव बना रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम हवाएं चलने से हवा में नमी आ गई है, वहीं बादल छाने के कारण सूरज की रोशनी जमीन तक देरी से पहुँच रही है और कमजोर हो रही है जिससे दिन के तापमान में गिरावट आई है।

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3 दिन तक पारे में ऐसी ही गिरावट रहेगी। प्रदेश के अधिकांश शहरों में 32 डिग्री तक सेल्सियस रहने का अनुमान हैं, सुबह के समय हल्की ठंड भी रहेगी।

मार्च की शुरुआत तेज गर्मी से होगी 

मौसम विभाग के मुताबिक 28 फरवरी तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, लेकिन मार्च के पहले सप्ताह में गर्मी का असर तेज हो जाएगा। दिन और रात दोनों ही पारे में बढ़ोतरी होगी। मार्च में ही लू चलने के आसार भी बनेंगे।

ये है प्रदेश के जिलों का तापमान 

मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन का तापमान 35 डिग्री के नीचे आ गया है। कुछ जगहों पर दो दिन पहले तापमान 36-37 डिग्री तक पहुंच गया था, जो अब कम हो गया है। उधर पचमढ़ी में तापमान 27 डिग्री तक आ गया है। ये प्रदेश में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया है। उधर न्यूनतम तापमान की बात की जाये तो नरसिंहपुर में तापमान 17 डिग्री है। ग्वालियर, इंदौर, सिवनी, सीधी में 16 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। बाकी जिलों में तापमान 15 डिग्री से कम है।

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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