भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
रक्षाबंधन से शुरु हुआ मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है, लगातार हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए है। सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनने लगी है।सावन की सुखाड़ के बाद भादो में बरस रहे बदरा से एक तरफ जहां किसानों के चेहरे पर संतुष्टि के भाव नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ गरीबों एवं आमजन के जनजीवन पर भी अति वर्षा का भारी असर पड़ रहा है।इसी बीच एक बार फिर मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग नागपुर की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के 11 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, वही 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
पिछले चौबीस घंटे की बात करे तो जबलपुर में रविवार रात हुई 90.5 मिमी बारिश से शहर पानी-पानी हो गया। तेज बारिश में दो मकान ढह गए।स्थिति यह हो गई कि घरों में पानी घुसने के कारण लोगों को रात भर बाल्टियों से पानी निकालते हुए रात गुजारना पड़ा। बारिश का आलम ये था कि घरों, सड़कों, गलियों में पानी भरने के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इधर, बरगी बांध का लेबल फुल हो चुका है। माना जा रहा है कि इसके कभी भी गेट खोले जा सकते हैं।वही शहडोल में शहडोल जिले में पिछले एक सप्ताह से हो रही झमाझम बारिश के चलते बाणसागर बांध लबालब भर गया है। सोमवार की सुबह 7 बजे बाणसागर बांध के छह गेट आधा-आधा मीटर खोल दिए गए हैं। सिवनी के छपारा के भीमगढ़ डेम से 3 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। लगातार हुई बारिश से जिले के कई नदी, नाले उफान पर हैं। बरघाट क्षेत्र में अच्छी बारिश से अरी जलाशय ओवरफ्लो होने लगा है। वहीं बैनगंगा नदी का जल स्तर भी बढ़ रहा है। भीमगढ़ डेम का एक गेट आधा मीटर खोल दिया गया है
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग की माने तो 18 अगस्त तक जिले के अधिकांश भागों में तेज बारिश होने की संभावना है। वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण झारखंड के ऊपर बना हुआ है। मानसून द्रोणिका पट्टी बीकानेर, अजमेर, ग्वालियर से सतना होते हुए प. बंगाल के मिदनापुर व पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक फैली है। वही 19 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में जो सिस्टम बन रहा है, यह मप्र के उत्तर की बजाय दक्षिणी हिस्सा से गुजरेगा। इससे भी ग्वालियर-चंबल संभाग में ज्यादा बारिश नहीं होगी।
पिछले चौबीस घंटे में इन जिलों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटो के दौरान मध्य प्रदेश के जबलपुर, इंदौर, भोपाल, शहडोल, सागर, होशंगाबाद, रीवा, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर तथा उज्जैन संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। बैहर में 17, मलांजखंड में 16, पनागर, नारायणगंज में 12, कुंडम में 11, बजाग, घुघरी में 10, खकनार, मोहगांव, जबलपुर, मेंहदवानी में 9, बिछिआ, निवास, मुरैना, परसाई में 8, अनुपपूर, तेंदूखेड़ा, बलदेवगढ़ में 7, कोलारस, खनियाधाना, मंडला में 6 सेमी बारिश दर्ज की गई।
इन जिलों में अति भारी वर्षा (ऑरेंज अलर्ट)
जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, विदिशा, रायसेन, हरदा और बुरहानपुर जिले शामिल हैं।
इन जिलों में भारी वर्षा (येलो अलर्ट)
शिवपुरी, श्योपुर, अशोकनगर, गुना, आगर, खंडवा, होशंगाबाद, राजगढ़, सीहोर, सागर, कटनी, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।