भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
एमपी (MP) में मानसून (Monsoon) धीरे धीरे सक्रियता की ओर बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते बारिश(Rain) का दौर फिर से शुरु हो गया है।आने वाले दिनों में प्रदेश में अच्छी बारिश के आसार है। मौसम विभाग ने एक बार फिर एक दर्जन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। आज रविवार को मौसम विभाग ने एक साथ यलो और ऑरेंज अलर्ट (Yellow-Orange)जारी किया है। विभाग ने मध्य प्रदेश के 5 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, वहीं मध्य प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के रीवा और शहडोल संभागों के अधिकांश इलाकों सहित होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और सागर संभागों के अधिकांश जिलों में भी बारिश हुई।सतना, उमरिया में 8, मेहगांव और उदयनगर में 7, शाहनगर और पुष्पराजगढ़ में 6, अनूपपुर, मानपुर, मेहदवानी, सोहावल और छतरपुर में 5, सीधी, कटनी और महेश्वर में 4, नागौद, सरई, ढीमरखेड़ा, बरही, अमरकंटक, बडवाह, कोतमा और करंजिया में 3 सेमी बारिश हुई।
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुआ सिस्टम अब धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। इसी के प्रभाव से नमी वाली हवा आने के कारण उज्जैन सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश हो रही है। यह सिस्टम शनिवार-रविवार तक पूर्वी एवं पश्चिमी मध्यप्रदेश तक पहुंच सकता है। जिससे 15 से 18 अगस्त तक जिले के अधिकांश भागों में तेज बारिश होने की संभावना है।इस मानसून द्रोणिका के अगले 3-4 दिनों के दौरान दक्षिण की ओर शिफ्ट होने और सक्रिय रहने की संभावना है। अगले 2-3 दिनों के दौरान, अरब सागर से मजबूत नम दक्षिण-पूर्वी हवाओं का अभिसरण(कन्वर्जेन्स) उत्तर पश्चिम और आसपास के मध्य भारत अर्थात दक्षिण मध्य प्रदेश में जारी रहने की संभावना है। इन मौसम परिस्थितियों के कारण पश्चिमी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा एवं पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा की संभावना है।
अब भी बारिश की कमी इन जिलों में
9 साल में पहली बार है जब 20 जुलाई तक इतनी कम बारिश मध्य प्रदेश में हुई है। प्रदेश के 15 जिलों में सामान्य से काफी कम वर्षा दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश के 20 जिलों में अभी सामान्य से कम बारिश हुई है। प्रदेश के 13 जिलों में संकट के बादल मंडरा रहे हैं, जहां हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में सबसे अधिक बारिश होती है. वहीं इस बार जुलाई बीतने को है लेकिन सामान्य से कम बारिश हुई है,ऐसे में खरीफ की फसल बरबाद होने की कगार पर है। प्रदेश के 13 जिलों बालाघाट, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, कटनी, सागर, टीकमगढ़, अलीराजपुर, भिंड, ग्वालियर, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी में सामान्य से कम बारिश होने के कारण संकट बना हुआ है।
इन जिलों में अति भारी वर्षा (ऑरेंज अलर्ट)
सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, अनूपपूर जिलों में।
इन जिलों में भारी वर्षा (येलो अलर्ट)
दमोह, जबलपुर, छिंदवाड़ा, राजगढ़, गुना, हरदा, बैतूल, देवास, खंडवा, सीहोर जिलों में।
इन जिलों में बौछारों के आसार
रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर,होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में कही कही।