भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बंगाल की खाड़ी में बना कम दवाब का क्षेत्र का असर अब मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) में अच्छा खासा दिखाई देने लगा है, जिसके चलते गुरुवार से फिर प्रदेशभर में बारिश का दौर शुरु हो गया है।पिछले चौबीस घंटे में भोपाल समेत कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई है। आज शुक्रवार को भी मौसम विभाग (weather department) ने भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट (Red, orange and yellow alert) जारी किया है।मौसम विभाग द्वारा 06 जिलों में अति भारी से भारी वर्षा का रेड अलर्ट, 10 जिलों में अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट तथा 9 जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की माने तो बीते कुछ दिनों से बंगाल की खाड़ी में बना कम दवाब का क्षेत्र का असर अब मध्यप्रदेश में असर दिखा रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने इस सिस्टम का असर झारखंड, ओडिशा तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक मध्यप्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्से में ज्यादा बारिश होने की संभावना है।28 अगस्त 2020 को बालाघाट जिले में रुक रुक कर तेज हवाओं के साथ अति भारी वर्षा और वज्रपात की सम्भावना है।सिस्टम पश्चिम दिशा में बढ़ने के साथ ही भोपाल में 27-28 अगस्त को भारी बारिश होने के आसार हैं। शुक्रवार को राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 26 से 28 अगस्त को कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश के आसार दिख रहे हैं।पश्चिमोत्तर भारत में 26-28 अगस्त के बीच भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग की माने तो जून के पहले सप्ताह एमपी पहुंचे मानसून की विदाई में 24 दिन बाकी हैं, ऐसे में दाे-तीन सिस्टम और बन सकते हैं। जो भोपाल समेत पूरे प्रदेश में बारिश करा सकते हैं। भोपाल में 7 मानसूनी सिस्टम के कारण बारिश होती है। 4 से 26 अगस्त तक बंगाल की खाड़ी में 5 कम दबाव के क्षेत्र बन चुके हैं।28 और 29 अगस्त को भोपाल में बारिश हो सकती है। क्योंकि बंगाल की खाड़ी में साेमवार काे बना कम दबाव का क्षेत्र वेल मार्क लाे यानी अति कम दबाव के क्षेत्र के रूप में और स्ट्रांग हाे गया है।
नदी-नाले उफान पर, बांधों के गेट खोले
प्रदेश में बारिश का दौर जारी है, नदी-नाले उफान पर है और बांधों के भी गेट खोले जा चुके है। पिछले चौबीस घंटे की बात करे तो खंडवा जिले में इंदिरा सागर शुक्रवार सुबह 12 गेट और ओमकारेश्वर बांध 15 गेट खोल दिए गए है। यहां पहले 6 गेट खुले हुए थे। गेट की संख्या दोगुना होने से नर्मदा में उफान आ गया है।वनांचल के अंततदरूनी क्षेत्रों में कई गांवों का संपर्क ब्लाक मुख्यालयों से टूट गया है। जिले के सबसे बड़े मोंगरा बराज के 10 गेट खोले जाने से शिवनाथ नदी का जल स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। होशंगाबाद स्थित तवा डेम के 9 गेटों को खोला गया है। बारना बांध के सुबह 7 बजे 8 गेट खोले गए है।वही जबलपुर में बरगी बांध के 9 गेट खोले गए है।रायसेन जिले के बाड़ी स्थित बारना बांध के सभी आठ खुले गए हैं।इसके अलावा नर्मदा के उफान पर आने से बरेली और उदयपुरा क्षेत्र के भी गांवों में पानी भर गया है।इससे नेशनल हाइवे-12 जयपुर-जबलपुर बंद हो गया।बेगमगंज-गैरतगंज क्षेत्र में कहूला पुल पर पानी आ जाने भोपाल मार्ग बंद हो गया। बैतूल में रात भर से हो रही मूसलाधार बारिश से जिले भर के नदी-नाले उफान पर हैं। शाहपुर में बाढ़ से नेशनल हाईवे-69 सुबह 6 बजे से बंद है। शाहपुर तहसील ऑफिस के पास नाले पर लगभग 3 फीट पानी आ जाने से मार्ग बंद हो गया। इससे भोपाल-नागपुर संपर्क पूर्ण रूप से टूट चुका है। शाहपुर के मगरडोह, भौरा की बीजासन नदी और धार नदी भी उफान पर होने से दोनों ओर वाहनों की लम्बी लाइन लगी है। इधर बैतूल-मलकापुर मार्ग पर नाले में बाढ़ होने के बावजूद एक मरीज को छोड़कर वापस जननी वाहन के चालक ने बाढ़ के बावजूद नाला पार किया। शहर के गंज क्षेत्र में एक मारुति ओमनी वाहन बाढ़ में फंस गया था।
इन जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी(रेड अलर्ट)
नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी(ऑरेंज अलर्ट)
सागर संभाग के जिलों, कटनी, जबलपुर, मंडला, विदिशा, रायसेन, सीहोर, हरदा, धार, देवास,श्योपुरकलां
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी(येलो अलर्ट)
भोपाल, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
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दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)