पश्चिम बंगाल : नरोत्तम मिश्रा का जोरदार स्वागत, बोले- किसानों के सम्मान में कमी नहीं आने देंगे

Pooja Khodani
Published on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल (West Bengal) में विधानसभा का चुनाव (West Bengal Assembly Elections) होना है।इसको लेकर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह एवं जेल मंत्री और बंगाल के चुनाव प्रभारी डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr. Narottam Mishra) की तैयारियां जोरों पर है। आज शुक्रवार को डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr. Narottam Mishra) ने अंडाल मोड़ पर कार्यकर्ताओं और क्षेत्र की जनता से चाय पर चर्चा की।

इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने किसान (Farmers) सम्मान के लिए एक मुट्ठी अन्न भी लिया। प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पश्चिम बंगाल के अंडाल में एक मुट्ठी अन्न का संग्रहण करते हुए कहा कि किसानों के सम्मान कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्हें खुशहाल बनाने में केंद्र सरकार (Central government) कोई कसर नहीं छोड़ेगी। अन्न के एक-एक दाने का समुचित मूल्य चुकाते हुए किसानों को समृद्धशाली बनाने में जीवन भर काम करेंगे।खास बात ये है कि कड़कड़ाती ठंड एवं कोहरे के बावजूद कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिला और भव्य स्वागत किया गया।

इस दौरान मिश्ना ने ट्वीट कर भी लिखा कि प.बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आज सुबह दुर्गापुर पहुंचा। यहां अंडाल एयरपोर्ट पर पार्टी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिले स्नेह और आत्मीय स्वागत से असीम ऊर्जा का अनुभव हुआ। उनका उमंग और उत्साह इस बात का प्रतीक है कि वे बंगाल में ऐतिहासिक बदलाव के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।

बता दे कि नरोत्तम मिश्रा को पश्चिम बंगाल को लेकर बनाई गई बीजेपी की समिति में शामिल किया गया है।इसमें कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और प्रहलाद पटेल (Prahlada Patel)भी है। वही नरोत्तम मिश्रा 57 विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी भी बनाया गया हैं।

https://twitter.com/mpbreakingnews/status/1355032467762102273

 

पश्चिम बंगाल : नरोत्तम मिश्रा का जोरदार स्वागत, बोले- किसानों के सम्मान में कमी नहीं आने देंगे पश्चिम बंगाल : नरोत्तम मिश्रा का जोरदार स्वागत, बोले- किसानों के सम्मान में कमी नहीं आने देंगे पश्चिम बंगाल : नरोत्तम मिश्रा का जोरदार स्वागत, बोले- किसानों के सम्मान में कमी नहीं आने देंगे


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News