भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मंगलवार को मध्य प्रदेश में हुए खरगोन घटना के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैसी (Asaduddin owaisi) ने सवाल उठाएं। जिसका करारा जवाब आज मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने मीडियाकर्मियों को है दिया है। गृहमंत्री ने कहा कि “हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वह कानून के दायरे में कर रहे हैं। कानून का पालन किया जा रहा है। यहां ओवैसी के सुझाव की जरूरत नहीं है। दंगाइयों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई है।”
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दरअसल, रामनवमी के दिन देश में एक भयानक हिंसा घटित हुई, जिसके ऊपर कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने कई ऐसे कड़े कदम भी उठाए। सख्ती दिखाते हुए अपराधियों के घरों में बुलडोजर भी चलाए गए हैं। फिलहाल शहर खरगोन का माहौल काफी खराब नजर आ रहा है। सूत्रों की माने तो एसपी पर भी इस घटना के दौरान गोली चलाई गई थी और जुलूस के समय पथराव भी हुआ था। इस पर ओवैसी ने यह बयान दिया कि, “यह साफ रूप से एक राज्य की मिलीभगत हिंसा है और जिनेवा कन्वेंशन का गंभीर उल्लंघन है। मध्य प्रदेश सरकार ने किस कानून के तहत मुस्लिम समुदाय के घरों को ध्वस्त कर दिया है? यह मुस्लिम अल्पसंख्यक के प्रति मुख्यमंत्री के पक्षपातपूर्ण रवैये को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।” जिसका जवाब आज गृहमंत्री ने दे दिया है।