भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना (Panna) जिले में नर्सों और फार्मासिस्टों (Nurses and pharmacists) पर लापरवाही के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। जिसके तहत 38 नर्स और 8 फार्मासिस्ट के सेवा समाप्ति (Termination of service) कर दी गई है। 30 नवंबर (November) से यह सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया है। जिसको लेकर मेडीकल स्टॉफ में नाराजगी है और उन्होंने आंदोलन की चेतावनी तक दी है।
खबर है कि इन सभी नर्सिंग और फार्मासिस्ट को कोरोना काल में ड्यूटी पर लगाया गया था। आदेश को लेकर मेडीकल स्टाफ ने नर्स और फार्मासिस्ट की नियमित नियुक्ति की मांग पन्ना कलेक्टर (Panna Collector) से की है। मांग पूरी न होने पर मेडीकल स्टाफ ने आंदोलन (Movement) की चेतावनी दी है।
वही सिवनी कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग (Seoni Collector Dr Rahul Haridas Fating) ने भी टीकाकरण अभियान (Vaccination Campaign) का टारगेट 15 दिन में पूरा नहीं करने पर 6 ANM की सेवाएं समाप्त कर नौकरी से बर्खास्त करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर (Seoni Collector) ने यह निर्देश कम प्रगति वाले उप स्वास्थ्य केन्द्र छतरपुर (Chhatarpur,), रमपुरी, रिड्डी, दरासीकलॉ, धोबीसर्रा तथा जेवनारा पर कार्यरत ए.एन.एम.को दिए है। कलेक्टर के इस निर्देश के बाद एएनएम मे हड़कंप मच गया है।