भोपाल डेस्क रिपोर्ट। निजी कंपनी के एक इंजीनियर समेत एक अन्य व्यक्ति की सीवेज लाइन में दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। प्राथमिक तौर पर मौत का कारण जहरीली गैस माना जा रहा है। इस मामले की जानकारी नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह को मिली और उन्होंने तत्काल इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। भोपाल के संभाग आयुक्त इस मामले की जांच करेंगे और 24 घंटे के भीतर मंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
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मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है जहां पर लाऊखेड़ी में सीवेज लाइन बिछाने का काम चल रहा है। यहां पर अंकिता कंस्ट्रक्शन कंपनी यह काम कर रही है। सिविल लाइन बंद है लेकिन उसमें आसपास के घरों का गंदा पानी भर गया है। दरअसल यहां पर चेंबर बनाने का काम चल रहा है और यह लाइन अभी नगर निगम को हैंडोवर भी नहीं हुई है। लाइन चालू होने के बाद भी इसका मेंटेनेंस कंपनी को ही करना है। सीवेज लाइन के अंदर की जांच करने के लिए कंपनी के इंजीनियर दीपक सिंह और एक अन्य मजदूर लाइन के भीतर उतरे थे। काफी देर तक जब यह लोग वापस नहीं आए और लोगों ने सीवेज टैन्क के बाद जूते रखे देखे तो पुलिस को खबर की। इसके बाद पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और 20 मिनट के बाद दोनों के शवों को बाहर निकाला गया।
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इस बात की पूरी संभावना है कि दोनों की मौत जहरीली गैस की वजह से हुई और दोनों का दम घुट गया। हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही पूरी हकीकत का खुलासा हो सकेगा। यह बात भी समझ में नहीं आ रही है कि आखिरकार इंजीनियर और मजदूर जांच के लिए सीवेज लाइन के भीतर क्यों गए। कहीं ऐसा तो नहीं कि दोनों सीवेज लाईन के भीतर गिर पड़े हो।