भोपाल| मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार चुनावी वादे पूरे करने में जुटी हुई है| सतना को संभाग और मैहर व चित्रकूट को जिला बनाने की मांग पर सरकार विचार कर रही है| सरकार ने मैहर को जिला बनाने का प्रस्ताव देते हुए सतना कलेक्टर से इसको लेकर जानकारी मांगी है| इसके साथ ही चित्रकूट को भी जिला और सतना को संभागीय मुख्यालय बनाये जाने पर भी प्रस्ताव विचाराधीन है, जिसको लेकर राजस्व विभाग ने पत्र लिखा है| वहीं नागदा का प्रस्ताव भी अभी शासन के पास पेंडिंग हैं| दूसरी और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह भी चाचौड़ा को जिला बनाने के लिए लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं|
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्व विभाग के अवर सचिव की ओर से जारी पत्र में सतना को प्रदेश का 11 वां संभाग और मैहर व चित्रकूट को जिला बनाने के सम्बन्ध में कलेक्टर सतना का अभिमत माँगा गया है| अभी सतना जिले में ही मैहर व चित्रकूट तहसील और राजस्व अनुविभाग हैं| इधर, सतना संभाग संघर्ष समिति द्वारा शहरवासियों को इस मुद्दे से जोडऩे के लिए पोस्टकार्ड, हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।
लम्बे समय से चल रही मांग
सतना को संभाग तथा मैहर व चित्रकूट को जिला बनाने की मांग का मुद्दा लोकसभा चुनाव में भी उठा था, विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई नेता इसकी घोषणा कर चुके हैं| सतना को संभाग और मैहर व चित्रकूट को जिला बनाये जाने के लिये आरटीआई कार्यकर्ता व संयोजक सतना संभाग संघर्ष समिति राजीव खरे मुख्यमंत्री कमलनाथ को कई बार पत्र लिख चुके हैं। उनके अनुसार चुनाव के पहले कमलनाथ ने मैहर के दशहरा मैदान में आमसभा को संबोधित करते हुए 1 अगस्त 2018 को यह घोषणा की थी कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो मैहर को जिला बनाया जायेगा।
बीजेपी विधायक को साधने की कोशिश
मैहर को जिला बनाकर सरकार एक तीर से दो निशाना साधने की तैयारी में है| मैहर से भाजपा के विधायक नारायण त्रिपाठी का रुख बार बार बदलता रहा है| क्षेत्र के विकास को लेकर वे कई बार सरकार से मांग कर चुके हैं, पिछले दिनों उन्होंने मंत्री जीतू पटवारी से मुलाक़ात भी की थी| ऐसे में सरकार मैहर को जिला बनाकर नारायण त्रिपाठी को साध सकती है| त्रिपाठी विधानसभा में सरकार के पक्ष में वोटिंग कर बीजेपी खेमा में हलचल मचा चुके हैं| हालाँकि बाद में उन्होंने कहा था वो भाजपा के सिपाही है| हाल ही में मुख्यमंत्री कमलनाथ विधायक त्रिपाठी के घर उनके पिता के निधन पर शोक जताने पहुंचे थे|