भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थक मंत्रियों को दिल्ली में तलब किया है। सिंधिया ने सभी को 24 जनवरी को दिल्ली बुलाया है। सिंधिया के इस तरह अचानक मंत्रियों को दिल्ली बुलाने की वजह से प्रदेश की सियासत में अटकलों का दौर शुरू हो गया है। ऐसा कहा जा रहा है सिंधिया दिल्ली में अपना शक्ति प्रदर्शऩ करना चाहते हैं। वहीं, मंत्रियों के नई जिम्मेदारी मिलने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होना है ऐसे में समर्थकों को सिंधिया अहम जिम्मेदारी दे सकते है, क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए सिंधिया का नाम स्टार प्रचारक की सूची में शामिल है।
समर्थकों के पास अचानक सिंधिया के यहां से 24 जनवरी को दिल्ली पहुंचने का संदेश मिलने के बाद ही राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म हो गया। इसका कारण यह है कि जिस तरह से प्रदेश की राजनीति में सिंधिया को लेकर भाजपा भ्रम फैला रही है उसको लेकर यह अटकलें लगाई जाने लगी कि आखिर आगे क्या खेल होने वाला है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश की राजनीति को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने सभी को जिम्मेदारी सौंप कर अब हल्की अनबन को समाप्त कर दिया है, अब दिल्ली विधानसभा चुनाव पर पूरा फोकस है।
सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को पहले ही दिल्ली की जिम्मेदारी देकर उनको दिल्ली में डेरा डालने के लिए कह दिया गया है। वहीं स्टार प्रचारको की सूची में सिंधिया का नाम होने से उनको भी अहम जिम्मेदारी दे दी है। अब सिंधिया को जब जिम्मेदारी मिली है तो वह उसको बखूबी निभाने का काम करते है, क्योकि वह कई बार कह चुके है कि कांग्रेस हाईकमान का जो आदेश होगा उसका पालन करना उनका राजनीतिक धर्म है। इसी धर्म को निभाने के लिए अब सिंधिया ने कमर कस ली है और दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी कर ली है। यही कारण है कि सिंधिया ने अपने समर्थक विधायको व मंत्रियो को 24 जनवरी को दिल्ली तलब किया है।