भोपाल।
मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रुप में कमलनाथ ने शपथ ले ली है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कमलनाथ को सीएम पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान मंच पर कई बड़े दिग्गज नेता और साधु-संत मौजूद रहे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज भी मंच पर पहुंचे और कमलनाथ को बधाई दी। इस दौरान कमलनाथ ने भी शिवराज सिंह से गर्मजोशी से हाथ मिलाया और फिर उनका और अपना हाथ उठाकर जनता का अभिवादन किया।इस दौरान सिंधिया ने भी शिवराज का हाथ थामा और जनता की तरफ हवा में लहराया। इस दौरान शिवराज भी मुस्कुराते हुए नजर आए।
मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका था जब एक मंच पर अलग अलग दल के नेता एक साथ नजर आए। पहली बार कमलनाथ सिंधिया सत्ता पक्ष मे और शिवराज विपक्ष की भूमिका में रहे। शिवराज के आने से चर्चाओं का माहौल गर्म रहा।वही मंच पर शिवराज कमलनाथ और सिंधिया के एक साथ होने पर लोगों ने भी जमकर तालियां बजाई और मंच पर भी नेताओं ने तालियां बजाकर स्वागत किया। इस दौरान कांग्रेस ने भी महागठबंधन की नींव रखी और शक्ति प्रदर्शन किया।
वही शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ को ट्वीटर के माध्यम से भी बधाई दी और मध्यप्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने की बात कही। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा कि ‘मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ व नई सरकार को बधाई। मध्यप्रदेश के विकास के लिए एक-एक दिन महत्वपूर्ण है। मैं चाहता हूँ कि यह सरकार प्रतिदिन जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाए। इसमें हर तरह से सकारात्मक सहयोग हम सरकार को करेंगे।’
बता दे कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कमलनाथ द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, कैलाश जोशी और शिवराज को भी आमंत्रण भेजा गया था। तीनों कमलनाथ को बधाई देने मंच पर पहुंचे थे। इसके अलावा अन्य दलों के नेता भी इस खुशी में शिरकत करने पहुंचे और इस भव्य समारोह के साक्षी बने। इस दौरान कांग्रेस ने विपक्ष दलों के साथ मिल एकता का परिचय दिया।