विदिशा, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के अतिवर्षा प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुंचाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जल्द से जल्द सर्वे करें ताकि मुआवजा राशि प्रभावितों तक पहुंच सके। शिवराज बुधवार को विदिशा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद लोगों से बात कर रहे थे।
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बुधवार को गणेश चतुर्थी की और गणेश स्थापना का महोत्सव चारों ओर चल रहा था लेकिन प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने गणेश स्थापना के तुरंत बाद रुख किया विदिशा जिले का और बाढ़ प्रभावित लोगों से मिले। शिवराज ने लोगों को बताया कि किस तरह से वे 21 अगस्त से 25 अगस्त तक गुना, अशोकनगर, भिंड, श्योपुर, रायसेन ,सीहोर व नर्मदापुरम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर रहे और बचाव कार्यों पर नजर रखे रहे। इतना ही नहीं, उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह विदिशा जिले में भी हिनौतियां और गुर्जर खेड़ी जैसे गांव से बाढ़ प्रभावित लोगों की जिंदगी शासन प्रशासन ने मिलकर बचाई। शिवराज ने लोगों को आश्वस्त किया कि उन्होंने बाढ़ का प्रकोप देखा है और कई जगह मकान मलबे के ढेर बन गए हैं और फसलें नष्ट हो गई है। घरों का सामान भी खराब हो गया है। ऐसे में सरकार पूरी तरह से लोगों के साथ है। उन्होंने क्षतिग्रस्त हुए मकानों के बदले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाए जाने का ऐलान किया और इसके साथ ही कलेक्टरो को निर्देश दिए कि वे फसलों का सर्वे कर तुरंत मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू करें। विदिशा जिले के लिए फौरी तौर पर शिवराज ने 11 करोङ रू की राशि कलेक्टर के खाते में ट्रांसफर करने का भी ऐलान किया। अकेले विदिशा जिले की बात करें तो 1300 से भी ज्यादा गांव में लगभग 27000 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं।