भोपाल।मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार जल्द ही नया नियम लागू करने वाली है। खबर है कि नेशनल हाईवे के टोल नाकों पर फास्टैग सर्विस शुरू होने के बाद अब राज्य सरकार ने भी अपनी सड़कों पर यह व्यवस्था लागू करने का फैसला कर लिया है।
एमपीआरडीसी के प्रदेशभर में 75 टोल नाकों पर गुजरने वाले सभी वाहनों पर फास्टैग सिस्टम प्रभावी होगा। इस सिस्टम की खास बात यह है कि इसमें आम व्यक्ति पर बैंक के सर्विस चार्ज के रूप में लगने वाली एक्वायरिंग फीस राष्ट्रीय राजमार्ग के टोल नाकों की बजाए तीन गुना कम लगेगी। प्रदेश के टोल नाकों पर इस सर्विस के शुरू होने से राहगीरों के समय की बचत होगी, साथ ही लाइन में लगने के झंझट से वाहन मालिक मुक्त हो जाएगा।
क्या है फास्टैग?
चार पहिया व्हीकल की विंडस्क्रीन पर फास्टैग लगाया जाता है। इस कार्ड में रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफेकशन लगा होता है। जैसे ही गाडी टोल प्लाजा पर पहुंचती है वो वहां लगा सेंसर गांडी की विंडस्क्रीन पर लगे कार्ड के संपर्क में आता है जिसके बाद व्यक्ति के अकाउंट से टोल टैक्स पर जो भी शुल्क कटना होगा वो खुद ही कट जाएगा। इस तरह से बिना रूके ही टोल टैक्स का भुगतान ऑटॉमेटिक तरीके से हो जाएगा। वाहन में लगा यह फास्टैग कार्ड जनता के प्रीपेड खाते के एक्टिव होने के बाद ही अपना काम करता है, और फास्टैग अकाउंट में बैलेंस खत्म हो जाएगा, तो उसे दुबारा रिचार्ज करना पड़ेगा।