फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी का आतंक, इससे प्रताड़ित आदिवासी शिक्षक और उसका परिवार मरने के लिए मजबूर, सीएम से लगाई गुहार-हमें बचा लो सरकार

9 साल पहले आबकारी इंस्पेक्टर ने शिक्षक के साथ न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि उन्हे अर्ध नग्न हालत में घर से उठाकर आबकारी दफ्तर ले जाकर बुरी तरह पीटा और जबरदस्ती गवाही पर हस्ताक्षर भी करवाए

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BHOPAL NEWS : रोज नए कारनामें करने वाले आबकारी विभाग के एक अधिकारी की खौफनाक करतूत सामने आई है, मामला रायसेन जिले से है, जहां एक आदिवासी शिक्षक इस अधिकारी की प्रताड़ना का शिकार होकर न्याय की लड़ाई लड़ रहा है, दरअसल 9 साल पहले आबकारी इंस्पेक्टर ने शिक्षक के साथ न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि उन्हे अर्ध नग्न हालत में घर से उठाकर आबकारी दफ्तर ले जाकर बुरी तरह पीटा और जबरदस्ती गवाही पर हस्ताक्षर भी करवाए, आदिवासी शिक्षक अपने साथ हुए इस जुर्म की लड़ाई पिछले 09 साल से लड़ रहा है, लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिला है वही अब उसे जान से मारने की धमकियाँ मिलना शुरू हो गई है। यह आबकारी इंस्पेक्टर हमेशा विवादो के चलते सुर्खियों में रहा है उसे कई बार इन्ही शिकायतों के चलते एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर भी किया गया, इस पूरे मामलें में हैरान करने वाला पहलू यह है कि यह शख्स सब इंस्पेक्टर है लेकिन खुद को इंस्पेक्टर बताता है और तो और यह अपनी वर्दी में तीन स्टार भी लगाकर अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल करता है।

यह था मामला

आबकारी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी का यह कारनामा शराब ठेकेदार के इशारे पर किया गया। जिले के गौहरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बिनेका में शराब ठेकेदार के इशारे पर तत्कालीन आबकारी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी ने बिना विभाग की परमीशन लिए शिक्षक के घर छापा मारा, जबकि यह क्षेत्र उसके अधिकार क्षेत्र में भी नहीं आता था। विवेक त्रिपाठी ने शिक्षक के घर धावा बोला और बिस्तर पर बेमर पड़े शिक्षक के साथ बदतमीजी करनी शुरू कर दी, घर पर अपने बच्चों के साथ सो रहे आदिवासी शिक्षक पप्पू बरखड़े के साथ विवेक त्रिपाठी गाली गलौज तो की उसका विरोध करने पर शिक्षक और उसके बच्चों के साथ जमकर मारपीट की, इसके बाद विवेक त्रिपाठी शिक्षक पप्पू बरखड़े को आबकारी के दफ्तर उठा ले गया। जहां उसके साथ फिर और मारपीट की गई। इसके बाद इंस्पेक्टर ने शिक्षक पप्पू से जबरदस्ती गवाही के पेपर में हस्ताक्षर करवाए। शिक्षक पप्पू बरखड़े इस घटना के बाद और ज्यादा बीमार पड़ गए और उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया। तब से न्याय के लिए लड़ रहे शिक्षक पप्पू बरखड़े ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर सीएम मोहन यादव से न्याय की गुहार लगाई है।

फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी का आतंक, इससे प्रताड़ित आदिवासी शिक्षक और उसका परिवार मरने के लिए मजबूर, सीएम से लगाई गुहार-हमें बचा लो सरकार

काले कारनामों से भरा है फर्जी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी का कार्यकाल

बताया जा रहा है कि विवेक सब इंस्पेक्टर है लेकिन वो वर्दी में तीन स्टार लगाकर यानि इंस्पेक्टर बनकर घूमता है, हैरान करने वाली बात है की उसके इस वर्दी में लगे तीन स्टार के कई फोटो सोशल मीडिया में वायरल है उसके बावजूद उस पर कार्रवाई नहीं की गई, फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी वर्तमान में धार जिले में पदस्थ हैं, बताया जा रहा है कि अपने रसूख के चलते इस फर्जी इंस्पेक्टर ने भोपाल और रायसेन में शराब ठेकदारों को धमका कर हिस्सेदारी की है और वर्दी की आड़ में यह शराब का अवैध खेल खेलता है, इसे किसी का डर नहीं है, कई बार इसके खिलाफ शिकायतें भी हुई लेकिन पीड़ितों को न्याय नहीं मिला। अब भी यह अपने रसूख के चलते शिक्षक की शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने दे रहा है। जिस कारण शिक्षक पप्पू 9 साल से अब तक थाने, कलेक्टर और एसपी से शिकायत कर कर के थक चुका है। उसकी रिपोर्ट पुलिस ने नहीं लिखी गई अब पीड़ित शिक्षक के परिवार पर लगातार दबाव बनाकर धमका कर उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।

पीड़ित को जान का खतरा

पीड़ित वर्तमान में प्राथमिक शाला कामतौन कांसिया में सहायक अध्यापक के पद पर पदस्थ हैं, आबकारी इंस्पेक्टर विवेक त्रिपाठी की हैवानियत उन्हे आज भी कंपा देती है। शिक्षक पप्पू की माने तो वह फर्जी इंस्पेक्टर के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे जब तक उन्हे न्याय नहीं मिलता। लेकिन वही उन्होंने विवेक त्रिपाठी से अपनी जान को भी खतरा बताया है।


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Sushma Bhardwaj

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