भोपाल।
सामाजिक न्याय विभाग के संचालक कृष्ण गोपाल तिवारी ने अपनी ही बिरादरी के अधिकारियों को नसीहत दी है कि वे जमीनी स्तर पर उतरकर कमजोर और आम आदमी की मदद करें। आईएएस अफसर का पहला पहला काम यही है कि वह समाज के निर्बल और अशक्त लोगों की मदद करें।
कृष्ण गोपाल तिवारी ने आगे कहा कि हम चाहते तो हैं कि राष्ट्रीय स्तर की सेवाओं में आएं लेकिन आने के बाद जमीन पर काम करने वाले अफसर बहुत कम होते हैं। दिव्यांग आईएएस कृष्ण गोपाल तिवारी ने आगे थॉमस एडिसन का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह से वह कक्षा में बेहद कमजोर थे और टीचर ने उन्हे क्लास से निकाल दिया था लेकिन उसके बावजूद उनकी मां ने उन्हें पढ़ाया और वे फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक बने। इसलिए आलोचना को सकारात्मक तरीके से लेना चाहिए और अपने काम की ओर फोकस करना चाहिए।
अटल बिहारी वाजपेई सुशासन अकादमी में आईएएस अफसरों के ओरिएंटल वर्कशॉप में तिवारी। ने यह बात कही। तिवारी ने खुद का उदाहरण देते हुए बताया कि दिव्यांग होते हुए नौकरी पाना कितना मुश्किल है, यह उनसे बेहतर कोई नहीं जानता और चूकि दिव्यांगों को इसी समाज में रहना है इसलिये उनके अध्ययन की व्यवस्था भी सामान्य स्कूलों में ही होनी चाहिए।