भोपाल। प्रदेश में बीते दो दिनों में चली तेज आंधी के बाद आज सुबह से ही प्रदेश के अधिकतर जिलों में तेज धूप निकली । भीषण गर्मी ने लोगों को पसीने से तरबतर कर दिया है। हालांकि मौसम विभाग की माने तो देर शाम हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। अगले एक हफ्ते तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। रविवार रात के बाद तापमान में ज्यादा बदलाव नही देखा गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में बार बार मौसम के बदलाव का कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का बना चक्रवात है। अगले चौबीस घंटों में चंबल, रीवा, होशंगाबाद और भोपाल संभागों के जिलों के साथ ही ग्वालियर, दतिया, अशोकनगर, गुना, सागर, दमोह, कटनी, जबलपुर और देवास जिलों में तेज हवा के साथ ही हल्की वर्षा हो सकती है। करीब एक हफ्ते तक मौसम के ऐसे ही बने रहने के आसार है। 9 अप्रैल और 10 अप्रैल के बीच मौसम का रुख में विशेष परिवर्तन की संभावना है।
मौसम विभाग की माने तो द्रोणिका उत्तर पूर्वी राजस्थान से नार्थ छत्तीसगढ़ तक बनी हुई है। इस कारण तापमान में थोड़ी गिरावट आई है। अगर द्रोणिका अपनी जगह बदलती है तो तापमान में गिरावट और बढ़ोतरी की आशंका है। हालांकि, रात का तापमान 20 से 23 डिग्री और दिन का तापमान 40 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। वही रविवार को मौसम में बदलाव देखा गया। कई स्थानों पर तेज आँधी और हल्की बारिश हुई। कई जगह कुछ देर बूंदाबांदी का सिलसिला चला लेकिन सड़क भीगने के बाद वो भी बंद हो गया। हालांकि लोगों को तेज धूप से तो निजात मिली लेकिन बादलों की वजह से बड़ी तीखी उमस से भी जूझना पड़ा।
बदले मौसम से चिंता में किसान
मौसम के बदले रुख से सबसे ज्यादा मुश्किलें किसानों की बढ़ गई है| कहीं फसलें खेतों में खड़ी है तो कहीं खुले में अनाज पड़ा है| तेज हवा से एक तरफ जहां फसलें आड़ी पड़ गई हैं, तो वहीं जिन किसानों की फसल कट गई है उन्हें अनाज भीगने का डर सता रहा है| इसके अलावा प्रदेश भर में आगजनी की घटनाएं हो रही है, जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं और आनन् फानन में किसान अपने फसलों को कटाने में जुटे हुए हैं|