भोपाल।
कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल के पीएम को डंडे मारने वाले बयान के बाद जमकर सियासत गर्माई गई है।राजनैतिक दलों के बीच बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है। बीजेपी राहुल गांधी समेत कांग्रेस की जमकर घेराबंदी कर रही है।इसी अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी पीएम मोदी के समर्थन में उतर आए है और अपनी ही पार्टी के बड़े नेता राहुल गांधी को नसीहत दे डाली है।हालांकि यह पहला मौका नही है इसके पहले भी कई बार लक्ष्मण खुलकर पीएम मोदी का समर्थन कर चुके है। इधऱ, लक्ष्मण के इस बयान ने कांग्रेस में हलचल मचा दी है।
दरअसल, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने प्रधानमंत्री पर कांग्रेस के नेताओं द्वारा शब्दों से किए जाने वाले प्रहार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का पद गौरवशाली पद है, ऐसे में इस पद का सम्मान करना बेहद जरूरी है, वह देश के प्रधानमंत्री हैं उनका सम्मान करना चाहिए। उनकी नीति गलत यदि लगती है तो नीति की आलोचना होना चाहिए व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए। खास बात ये है कि अभी तक लक्ष्मण सिंह के बगावती एवं तीखे तेवर मध्यप्रदेश की राजनीति तक ही सीमित रहा करते थे लेकिन इस बार उन्होंने कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति को ही अपने राडार पर ले लिया है।
क्या कहा था राहुल गांधी ने
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि ये जो नरेंद्र मोदी भाषण दे रहा है, छह महीने बाद ये घर से बाहर नहीं निकल पाएगा. हिन्दुस्तान के युवा इसको ऐसा डंडा मारेंगे, इसको समझा देंगे कि हिन्दुस्तान के युवा को रोजगार दिए बिना ये देश आगे नहीं बढ़ सकता।
मोदी ने संसद में दिया ये जवाब
वही पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देते हुए राहुल गांधी को करारा जवाब दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा मैंने छह महीने में डंडे मारने की बात एक कांग्रेस नेता के मुंह से सुनी है। इसलिए अब मैं सूर्य नमस्कार करने की संख्या बढ़ा दूंगा, ताकि डंडे खाने के लिए अपनी पीठ को मजबूत कर सकूं। मेरी पीठ डंडों की मार को बर्दाश्त करने के लायक हो जाए।मोदी ने आगे कहा कि 20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो, 6 महीने ऐसी मेहनत करूंगा की मेरी पीठ को हर डंडा सहने की ताकत मिले।