MP News : राष्ट्रीय बल संरक्षण आयोग के निरीक्षण के बाद सामने आये फर्जी बाल गृह मामले में सरकार ने शुरूआती जांच के बाद फौरी तौर पर जिम्मेदार तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, जिन्हें निलंबित किया गया है उनमें दो CPDO, और एक सुपरवाइजर शामिल है जबकि दो अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस थमाकर तीन दिन में जवाब तलब किया है , उधर गायब हुई 26 बच्चियों के मामले में पुलिस का कहना है कि बच्चियां गायब नहीं हुई, मन नहीं लगने पर अपने घर चली गई हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी ट्वीट कर इसकी पुष्टि की।
26 बच्चियां गायब, अवैध संचालित था बाल गृह
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने दो दिन पहले 4 जनवरी को भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र के तारा सेवानियां स्थित आँचल बाल गृह का औचक निरीक्षण किया था, उनकी जांच में सामने आया कि मिशनरीज संस्था द्वारा संचालित ये बाल गृह न तो पंजीकृत है और ना संस्था को कोई मान्यता है, उन्हें संस्था के रजिस्टर में दर्ज बच्चियों की संख्या के अनुपात में 26 बच्चियां भी गायब मिली।
बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष को धर्मान्तरण का संदेह भी
प्रियांक कानूनगो को बाल गृह में संचालित गतिविधियों के आधार पर धर्मान्तरण का भी अंदेशा हुआ, उन्होंने पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई और प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र लिखकर इसपर एक्शन लेने के लिए कहा, मामला सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी 26 बच्चियों के गायब होने और बिना अनुमति के बाल गृह के संचालन पर सरकार से तुरंत एक्शन लेने का अनुरोध किया ।
कल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के तारासेवनिया में राज्य बाल आयोग अध्यक्ष व सदस्यों के साथ संयुक्त रूप से एक मिशनरी द्वारा संचालित अवैध बाल गृह का निरीक्षण किया।
यहाँ की संचालक NGO हाल तक सरकारी एजेन्सी की तरह चाइल्ड लाइन पार्ट्नर के रूप में कार्यरत रही है,एवं इसने सरकारी… pic.twitter.com/yVlWt04c90— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (मोदी का परिवार) (@KanoongoPriyank) January 5, 2024
पुलिस ने कहा बच्चियां अपने घर गई, गायब नहीं हुई
मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अधिकारी एक्शन में आये , एसपी देहात प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि बच्चियों के गायब होने के मामले में पूछताछ की गई है और शुरूआती जांच में सामने आया है कि मन नहीं लगने के कारण बच्चियां अपने माता पिता के साथ घर चली गई हैं, इसका सत्यापन कराया जा रहा है।
भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 6, 2024
सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा बच्चियां सुरक्षित, दोषियों को सजा मिलेगी
पुलिस की शुरूआती जांच के बाद सीएम डॉ मोहन यादव ने भी कहा कि भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं का वेरिफिकेशन हो गया है, सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है। एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं का वेरिफिकेशन हो गया है, सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है।
एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा : CM
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 6, 2024
उधर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने परियोजना अधिकारी महिला एवं वाल विकास विभाग फंदा भोपाल कोमल उपाध्याय और पर्यवेक्षक सेक्टर परवलिया मंजूषा राज को निलंबित कर दिया है, भोपाल संभाग आयुक्त पवन कुमार शर्मा ने तत्कालीन परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल (वर्तमान पदस्थापना गंज बासौदा जिला विदिशा) ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल सुनील कुमार सोलंकी एवं सहायक संचालक आई सी पीएस समेकित बाल संरक्षण योजना प्रभारी अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल राम गोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस थमाया है और तीन दिन में इस लापरवाही पर जवाब माँगा है।
आपकी संवेदनशीलता के लिए मनपूर्वक धन्यवाद भाई साहब !
ये सभी बच्चियाँ सड़क व रेल्वे स्टेशन से रेस्क्यू कर के लाई गयीं थीं,इनमें अनाथ बच्चियाँ भी थीं।
जो NGO सरकारी एजेन्सी चाइल्ड लाइन के रूप में बच्चों को रेस्क्यू कर रही थी,उसी ने बच्चों को गुपचुप ढंग से अवैध बाल गृह में रखा था।… https://t.co/JhH4iWJARM— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (मोदी का परिवार) (@KanoongoPriyank) January 6, 2024