भोपाल। एक संयोग ही कहा जा सकता है कि आज सुबह देश और शहर ने सूर्यग्रहण को देखा और इससे पार पाया। शाम को एक आयोजन भी यही संदेश देता नजर आ रहा है कि सामाजिक मूल्यों पर लगे ग्रहण से भी मुक्ति मिलती दिखाई दे रही है। नारी जो अपने कर्म, धर्म, कर्तव्य और व्यवहार से समाज की प्रेरक भी रही है और सर्वोत्तम मानव होने का गौरव भी जिसे हासिल है, उसका सम्मान किया जाना, उसे आदर मिलना, उसके काम को सराहा जाना भी समाज पर लगे एक ग्रहण से बाहर आने के हालात जैसा माना जा सकता है। नारी समानता और नारी अधिकारों की बातों के बीच इस तरह के सम्मान से न सिर्फ किसी की हौसला अफजाई होती है, बल्कि किए जाने वाले काम में और उत्साह तथा मनोबल बढ़ाने की परिस्थितियां भी निर्मित हो सकती हैं।
सामाजिक संस्था तूलिका द्वारा गुरूवार का दिन राजधानी की उन महिलाओं के नाम किया, जिन्होंने अपनी कला, कर्म और समाजसेवा से एक नया इतिहास लिखा है। कभी बेगमों के शासन से गुजरे शहर भोपाल में महिलाओं के लिए आयोजित इस कार्यक्रम की खासियत यह थी कि इसमें शामिल मेहमानों से लेकर मेजबान तक में महिलाओं की भागीदारी थी। सम्मान के लिए चुनी गईं शख्सियतों में भी महिलाओं को ही स्थान दिया गया था। इस दौरान अलग-अलग क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर पहचान बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित कर उनका गौरव, उनका हौसला और उनके कर्म को बढ़ावा देते हुए उनके जज्बे को सलाम किया गया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि विभा शर्मा ने इस कार्यक्रम की कल्पना को सराहते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन इस बात को साबित करते हैं कि नारी सम्मान और नारी समानता की बातें अब महज कागजी और किताबी नहीं रह गईं, बल्कि इनका धरातल पर आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जो कर्म अच्छी नीयत और बेहतर इरादे के साथ किया जाएगा, वह निश्चित तौर पर अच्छे परिणाम लेकर ही आएगा। इस मौके पर मौजूद एलआईसी के वरिष्ठ मंडल अधिकारी देवाशीष डे ने कहा कि घरेलू कामकाज और सामाजिक कामों के बीच तालमेल बनाकर खुद को साबित करने वाली महिलाएं समाज को आईना दिखाने का काम करती हैं। उन्होंने कहा कि अपनी पारीवारिक जिम्मेदारियां निभाते हुए समाज के लिए कुछ करने की चाह रखने वाली महिलाओं ने यह साबित किया है कि वे चाहें तो समाज में एक नई क्रांति, एक नया बदलाव ला सकती हैं।
इनका मिला मार्गदर्शन
कार्यक्रम के तूलिका मोटिवेशन सेशन के दौरान महिलाओं को इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि पारीवारिक जिम्मेदारियां निभाते हुए भी वे अपने खुद के वजूद को बरकरार रखने और इससे अपने परिवार के लिए आर्थिक सहारा बनने के हालात बना सकती हैं। इस मौके पर आमंत्रित वक्ताओं ने कई किस्सों और उदाहरणों के साथ महिलाओं को विभिन्न क्षेत्र में आगे बढऩे के रास्ते भी गिनाए और उनसे होने वाले फायदों की जानकारी भी दी। इस मौके पर नर्मदा कालेज ऑफ फाइन आर्ट डॉ. अर्पणा लाड, वन स्टॉप सेंट एंड फ्री कोचिंग की प्रशासनिक अधिकारी डॉ. वंदना सिंह परिहार, एसबीआई की प्रमुख मैनेजर डॉ. श्रेष्ठा मिश्रा, मैजेस्टिक लायंस क्लब की अध्यक्ष अनिता मिश्रा, ऑरेन इंटरनेशनल स्कूल ऑफ हेयर ब्यूटी एंड मेकअप की मैनेजर नेहा तिवारी, महाकाल एसोसिएट की डायरेक्टर दिव्या बोहरा, परिवार परामर्श केन्द्र की काउंसलर रीता तूली, सीनियर होम्योपैथिक फिजिशियन डॉ. दीप्ति भार्गव, दूरसंचार महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष अलका शुक्ला आदि ने महिलाओं को विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन दिया।
इन्हें मिला सम्मान
विषम परिस्थितियों, ढ़ेरों जिम्मेदारियों और कई तरह की मुश्किलों से पार पाते हुए शहर की कई महिलाओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपना अलग स्थान बनाया है। तूलिका संस्थाओं ने ऐसी कुछ महिलाओं को इस मौके पर सम्मानित कर उनकी हौसला अफजाई की। संस्था अध्यक्ष विनीता श्रीवास्तव ने बताया कि आयोजन का यह सिलसिला लंबे समय से जारी है और आने वाले समय में इसको और विराट रूप में करने की योजना संस्था की है। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान डेजी रानी जैन को उनके बिजनेस वूमन के रूप में स्थापित होने, कई संस्थाओं में बतौर सदस्य और पदाधिकारी मौजूदगी और उनकी समाजसेवा को लेकर सम्मानित किया गया। नवाबों के शहर की एक खास पहचान जरी-जरदौजी काम को जिंदा रखने और उससे अनेकों महिलाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए जरी जरदौजी की स्टेट अवार्डी हुमा खान को सम्मानित किया गया। हुमा द्वारा चलाए जा रहे सेंटरों से अब तक हजारों महिलाएं काम की पारंगकता पा चुकी हैं और इससे मिले रोजगार से वे परिवार का सहारा बनने के लायक भी हुई हैं। इस दौरान औदित्य ब्राह्मण मण्डल की अध्यक्ष साधना शर्मा, तूलिका करवाचौथ प्रतियोगिता की क्वीन डॉ. ज्योति रानी चौरसिया, आशा निम्बोहरकर, श्रीमति इंदु, रेणु नायक, कला मोहन, संगीता उपाध्याय आदि को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर सांस्कृतिक आयोजन की प्रस्तुतियां भी हुईं। कार्यक्रम के अंत में संस्था अध्यक्ष विनीत श्रीवास्तव ने आभार माना।