MP News : मध्य प्रदेश में बेरोजगार सेना ने वेटिंग शिक्षक संघ वर्ग 1, 2023 के समर्थन में उतरकर अपनी मांग रखी है। इसमें पदवृद्धि की मांग भी रखी है। बता दें कि इनमें से कई छात्र ऐसे हैं, जो कि लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं और अब उनकी उम्र सरकारी नौकरी की पात्रता सीमा के अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। ऐसे में यह उनका अंतिम अवसर हो सकता है। वहीं, साल 2018 से परीक्षा की प्रतीक्षा कर रहे छात्र को 5 साल बाद इसका अवसर मिला है, फिर भी इतने कम पद ही बहाल किए गए हैं।
की गई ये मांग
छात्रों का कहना है कि वो 2-2 परीक्षाएं पास करके आए हैं। एक पात्रता परीक्षा और दूसरी चयन परीक्षा। 16 विषयों में 55 जिलों के अभ्यार्थी एवं विभिन्न श्रेणियों में विभाजित होने के साथ-साथ अन्य राज्यों के अभ्यार्थियों को बिना मापदण्ड के शामिल किया जा रहा है। वहीं, साल 2018 की भर्ती के 15,000 से अधिक अभ्यर्थियों को सीधा 2023 की चयन परीक्षा में शामिल किया गया है। इन सभी 16 विषयों और विभिन्न श्रेणियों में विभाजित होने से प्रत्येक विषय में नए पदों की संख्या 6 से 8 हो रही है, जबकी 16 विषयों और सभी वर्ग नवीन पदों की संख्या 5,052 है जोकि बहुत कम है।
बेरोजगार सेना संस्थापक ने कही ये बात
मामले को लेकर बेरोजगार सेना संस्थापक का कहना है कि व्यापम पिछले साल से सोया हुआ जबकि भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरे नहीं जा रहे। बस तारीख पर तारीख बढ़ाएं जा रहे हैं, जिस कारण मध्य प्रदेश का युवा काफी परेशान हो चुका है। अन्य राज्यों की अपेक्षा यहां सबसे कम पदों पर वेकेंसी निकाली जाती है। यहां 5 साल में परीक्षा आयोजित होती है वो भी भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाती है। इसलिए आज पूरे प्रदेश के युवा यहां एकत्रित हुए हैं। अगर समय पर हमारी मांग पूरी नहीं की गई तो सीएम हाउस तक जाएंगे।