भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के एक निरीक्षक इन दिनों खासी मुसीबत में हैं। दरअसल खुद को बीजेपी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी का खासमखास कहकर विभाग में अपना सिक्का चलाने वाले इस निरीक्षक के सितारे गर्दिश में है।
बालसमंद (सेंधवा) में पदस्थ रहे दशरथ पटेल नाम निरीक्षक महोदय के खिलाफ पद पर रहते हुए अवैध वसूली के व्यापक आरोपों की जांच लोकायुक्त के निर्देश पर परिवहन विभाग कर रहा रहा है। उनपर आरोप है कि प्रभारी के रूप में पदस्थ रहते हुए उनके द्वारा रोजाना 70 से 80 लाख रुपए की अवैध वसूली की गई। इन आरोपों की जांच परिवहन विभाग के आला अधिकारी कर बयान दर्ज कर चुके हैं और सोमवार को परिवहन आयुक्त को रिपोर्ट भी सौंपेंगे।
इन सबके बीच इंदौर ट्रक ऑपरेटर एन्ड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है जिसमें दशरथ पटेल के द्वारा की गई अवैध वसूली को राजसात करने और उसे मध्य प्रदेश व देश में कोविड-19 से निबटने के लिए जनता के हित में प्रयोग करने का निवेदन किया गया है। पत्र में लिखा गया है कि यदि मुख्यमंत्री ऐसा करते हैं तो यह न केवल आम जनता को कोरोना महामारी में निपटने में सहायता प्रदान करेगी बल्कि मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे माफिया एवं भ्रष्टाचार खत्म करने की मुहिम में भी मध्यप्रदेश में मिसाल कायम करेगी। पत्र की प्रति परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत, मुख्य सचिव इकबाल सिंह, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को भी भेजी गई है। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री इस पत्र के आधार पर क्या कार्रवाई करते हैं क्योंकि मंगलवार को परिवहन विभाग के अधिकारी के सामने दशरथ पटेल के खिलाफ भ्रष्टाचार के ट्रांसपोर्टर व्यापक सबूत सौंप चुके हैं।