भोपाल/इंदौर।
अपनी ही पार्टी पर वंशवाद के आरोप लगाने वाली महू विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान विधायक उषा ठाकुर ने यू-टर्न ले लिया है। वे अपने बयान से पलट गईं है। उन्होंने कहा है कि उनके साथ कोई अन्याय नही हुआ है। भाजपा में वंशवाद जैसी कोई बात नहीं। वही उन्होंने वायरल वीडियो को लेकर कहा कि विरोधियों ने एडिट करके ये वीडियो जारी किया है।
दरअसल, रविवार को उषा ठाकुर नलखेड़ा में बगुलामुखी माता के दर्शन करने पहुंची थी, जहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मेरे साथ कोई अन्याय नहीं हुआ। भाजपा में वंशवाद जैसी कोई बात नहीं।रिटायर्ड फौजियों के साथ एक बैठक में उन्होंने सवाल किए थे, मैंने सिर्फ उसका जवाब दिया था। उन्होंने ही पूछा था कि पैराशूट से यहां आ गए, क्या कोई सांठगांठ है? मैंने कहा- इस बारे में राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के वरिष्ठों से कोई बात नहीं हुई है।
बताते चले कि शनिवार को सोशल मीडिया पर उषा ठाकुर का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें पार्टी द्वारा विधानसभा क्षेत्र बदलने पर उनका दर्द छलकता हुआ दिखाई दे रहा था। वीडियो में उषा ठाकुर महू के कुछ वरिष्ठ लोगों से बात करते हुए नजर आ रही थी कि राजनीति मेरा विषय नहीं है। मैंने कमीशन के लिए राजनीति नहीं की। आप सब जानते हैं कि मुझे सांठगांठ के तहत नहीं भेजा गया। जो वंशवाद का ग्रहण कांग्रेस को था, वही अब बीजेपी को भी लगा गया है। हाल ही उन लोगों को भेज दिया जिनको कोई जानता नही, जिसकी कोई पहचान नहीं, लेकिन परिवारवाद के चलते उन्हें राजनीति में उतार दिया गया। उषा ठाकुर ने कहा था कि पार्टी अध्यक्ष को सेट कर मेरा विधानसभा क्षेत्र ही बदल दिया गया। नंबर 3 से मुझे महू भेज दिया। यह राजनीतिक अन्याय है।उनके इस बयान का पूर्व मंत्री कुसम मेहदेले ने भी समर्थन किया था। इस बयान को लेकर बवाल भी मचा था ।
आपको बता दें कि इंदौर विधानसभा सीट से इस बार भाजपा ���हासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश को पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं महू से कैलाश विजयवर्गीय की जगह उषा ठाकुर को दी गई है। चुनाव से ठीक पहले सीट बदलने पर ऊषा ठाकुर का दर्द छलका है, जिसने पार्टी में बवाल मचा दिया है।