ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) का एक ऐसा पहलू सामने आया है जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) द्वारा कही गई बातों से बिलकुल उलट है। इसका बड़ा उदाहरण है ग्वालियर जिले की ग्वालियर पूर्व विधानसभा। जहाँ के विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा स्वीकृत 17.34 करोड़ रुपये की राशि को शासन ने ही वापस मांग लिया है। इस राशि में से 16 करोड़ रुपये नगर निगम ने शासन को वापस भेज दिये हैं उधर राशि वापस मांगे जाने को ग्वालियर पूर्व के कांग्रेस विधायक सतीश सिंह सिकरवार (Satish Singh Sikarwar) ने दुर्भाग्यपूर्ण और जनता का अपमान बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव और विभागीय मंत्री को पत्र लिखकर राशि वापस देने की मांग की है साथ ही चेतावनी दी है कि यदि ये राशि वापस नहीं होती तो वे आंदोलन करेंगे और विधानसभा में भी ये मामला उठाएंगे।
दरअसलउप चुनावों से पहले ग्वालियर पूर्व विधानसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़े पैमाने पर विकास कार्यों की घोषणा की थी। इतना ही नहीं घोषणा के बाद मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों के लिए भूमिपूजन भी किया और तत्काल राशि स्वीकृत भी करा दी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने 17.34 करोड़ रुपये की राशि ग्वालियर पूर्व के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत कर दी। लेकिन अब नगरीय प्रशासन विभाग ने या राशि को अस्वीकृत कर वापस मांग लिया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मुख्य अभियंता ने ग्वालियर नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर ये राशि वापस भेजने के लिए पत्र लिखा। पत्र के बाद नगर निगम ने राशि वापस कर दी है। अपर आयुक्त वित्त राकेश श्रीवास्तव नए एमपी ब्रेकिंग न्यूज से बात करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर 16 करोड़ रुपये की राशि वापस लौटा दी है।
उधर ग्वालियर पूर्व विधानसभा के कांग्रेस विधायक सतीश सिंह सिकरवार ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है उन्होंने राशि वापस मांगे जाने को जनता के साथ धोखा बताया है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि जिन कार्यों का भूमि पूजन मुख्यमंत्री ने खुद किया उसकी स्वीकृत राशि को वापस मांग लेना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वे राशि को वापस मंगाकर रहेंगे। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्य सचिव नगरीय प्रशासन विभाग और मंत्री नगरीय प्रशासन को पत्र लिखा है यदि राशि वापस नहीं आती तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे और फिर भी राशि नहीं आई तो विधानसभा में इस मामले को उठाएंगे और ग्वालियर पूर्व की जनता के अधिकारों का हनन नहीं होने देंग।
गौरतलब है कि उपचुनावों में ग्वालियर पूर्व विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल चुनाव हार गए जबकि भाजपा से कांग्रेस में गए सतीश सिंह सिकरवार चुनाव जीत गए। इस राशि के वापस मांगे जाने की वजह भी यही बताई जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि ये शासन की दोहरी नीति है। मुख्यमंत्री झूठ बोलते हैं कि पूरे प्रदेश के विकास की चिंता वे करते हैं यदि ऐसा होता तो वो कांग्रेस विधायक वाले क्षेत्र की राशि वापस नहीं मंगाते। कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद शर्मा का कहना है कि ग्वालियर में कांग्रेस विधायक वाले ग्वालियर दक्षिण और ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्रों की उपेक्षा सहन नही की जायेगी। कांग्रेस इसके लिए आंदोलन करेगी।
ये विकास कार्य पड़े खटाई में
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उप चुनावों से पहले मुरार नदी के जीर्णोद्धार और रिंग रोड के लिए 10 करोड़, बारदारी चौराहे से हुरावली रोड के लिए 65 लाख, हुरावली चौराहे से मोहनपुर तक सड़क, एक करोड़ रुपये, 29 पार्कों के विकास कार्यों के लिये ढाई करोड़, सीसी रोड, पुलिया निर्माण के लिए ढाई करोड़ और शमशान जीर्णोद्धार के लिए करीब एक करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की थी और भूमिपूजन किये थे। अब ये विकास कार्य खटाई में पड़ गए हैं।