बुरहानपुर/शेख रईस
अपनी ऐतिहासिक पहचान रखने वाला, दक्षिण के द्वार के नाम से विख्यात शहर बुरहानपुर जहां कई ऐसे स्थल है जो इसकी कहानी बयां करते है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र राज्य की सीमा से लगे इस जिले में तृतीय विश्व युद्ध के रूप कोरोना जैसी महामारी का आगमन हो चुका है। बुरहानपुर हमेशा से ही मेहनतकश लोगों का शहर है और यहां के लोग जिस कार्य में हाथ डालते हैं उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं। इसी तरह अब यहां के लोगों ने कोरोना को हराने के लिये प्रण ले लिया है और इसी कड़ी में मंगलवार को 20 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे।
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आयुर्वेदिक कॉलेज स्थित कोविड केयर सेंटर से 20 स्वस्थ्य हुए मरीजों को अपने घर भेजा गया है। जिले में अब तक 324 मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुके हैं। वर्तमान में जिले में एक्टिव केसों की संख्या 41 है। जिला प्रशासन अपनी पूरी टीम के साथ कोरोना को हराने में तत्पर है।
घर सा माहौल देने के लिए जिला प्रशासन को सहृदय धन्यवाद दिया
अपने घरों की ओर लौटते हुए स्वस्थ हुए लोगो ने जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि हमें यहां पर आने पर बिल्कुल यह एहसास नहीं हुआ कि हम अपने परिवार से दूर किसी दूसरी जगह रह रहे हैं। हम यहां दी गई समस्त सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन एवं उनकी टीम को सहृदय से धन्यवाद देते है। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ.एम.पी.गर्ग, डॉ.थावानी, डॉ.प्रतीक नवलखे सहित समस्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा तालियों के सम्मान के साथ सभी स्वस्थ मरीजो को रवाना किया गया।
बिना काम के घर से बाहर ना निकले- जिला कलेक्टर
प्रवीण सिंह ने बुरहानपुर फिर मुस्कुराएगा की थीम पर समस्त जिलेवासियों से अपील की है कि बिना काम के बेवजह घर से बाहर ना निकले, अपनी आदतों में सुधार लाये निश्चित ही हम शीघ्र ही ग्रीन जिलों की श्रेणी में आ जायेंगे लेकिन इस कार्य में आप सभी का सहयोग अतुलनीय है। आप सभी सोशल डिस्टेंस का पालन करें एवं घर में रहे, स्वस्थ्य रहे, सुरक्षित रहे और जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।