बुरहानपुर/शेख रईस
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में विभन्न मदरसों में बिहार से आये बच्चे तालीम हासिल करने आते है जिनको यहां मदरसों में शिक्षकों द्वारा दीनी तालीम दी जाती है। मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे हर साल रमज़ान माह की छुट्टियों में अपने अपने घर जाते थे। लेकिन इस बार लॉक डाउन की मार इन बच्चों पर भी पड़ी जिसके कारण ये बच्चें बुरहानपुर में ही फंसे रहे हैं, जबकि इन बच्चो के रेल्वे रिजर्वेशन टिकट भी बन कर तैयार थे लेकिन होनी हो कुछ और मंजूर था। मासूम बच्चों अपने अपने घर जाने को बेताब थे तभी कोरोना माहमारी के कारण देशव्यापी लॉक डाउन लगाना पड़ा।
इसके बाद जब इन बच्चो के फंसे होने की जानकारी युवा समाजसेवी नूर काज़ी को लगी इस हेतु उन्होंने इन मामले में कलेक्टर प्रवीण सिंह के संज्ञान में लाते हुए बच्चो को बिहार भेजने के लिए 17 मई को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसके बाद कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देशन में इन बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को बस के माध्यम से भोपाल के हबीबगंज स्टेशन तक भेजने की व्यवस्था की जिसके बाद ये बच्चे ट्रेन के माध्यम से बिहार अपने घर पहुंच सकेंगे। बुरहानपुर कलेक्टर के इस नेक कार्य की सभी प्रसंसा कर रहे है साथ ही युवा समाजसेवी नूर काज़ी के प्रयास की भी सराहना हो रही है।
शनिवार को जिला प्रशासन मदरसा फैजुल उलूम के 110 छात्रों, दारूल उलूम नोमान ए राजा के 10 छात्रों, जमे अशरफिया इसहारे उलुम के 07 छात्रों, शेख अली मुत्तक़ी के 02 कुल 130 बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण कर बसों से भेजा गया समाज सेवी नूर काज़ी ने कलेक्टर प्रवीण सिंह ,SDM के.आर. बड़ोले, अपर कलेक्टर एवं जिला प्रशासन का आभार व्यक्त कर्तव्य हुआ कहा कि आज वास्तव में इन बच्चो को ईद का तोहफा मिला है।